परीक्षा न कराने के विरोध में सैकड़ों फार्मासिस्ट छात्रों द्वारा हो योपैथिक बोर्ड कार्यालय पर आज धरना प्रदर्शन किया गया। इस द्वौरान फार्मासिस्ट छात्रों ने वहां चल रहे कार्य को पूरी तरह ठप कर दिया गया। गुस्सायें छात्रों ने रजिस्टार बोर्ड कार्यालय पर छात्रों की फीस में धांधली का भी आरोप लगाया गया।
सोमवार को सैकड़ों फार्मासिस्टों ने सिटी स्टेशन स्थित हो योपैथिक मेडिसिन बोर्ड (उ.प्र.) का कार्य उस समय बाधित कर दिया। जब उन्हें कार्यालय के रजिस्टार से पता चला कि उनकी परीक्षा कराने में अभी निदेशालय और भी समय ले सकता है। गुस्सायें छात्रों ने यह सुनते ही हो योपैथिक परिसर में जमकर हंगामा काटा। फार्मासिस्ट छात्रों ने इस बारे में कुल सचिव डॉ. एम.बी. सिंह से भी बात करनी चाही लेकिन छात्रों को उग्र होता देख वो बलरामपुर अस्पताल निकल गये।
ज्ञात हो कि हो योपैथिक फार्मासिस्ट का पाठ्ड्ढयक्रम 2011 में पहली बार शुरू किया गया था। दो साल के इस पाठ्ड्ढयक्रम में लगभग 200 सीटों पर दाखिले हुए थे। इस बाबत्ड्ढ छात्रों से पूछे जाने पर गंगा प्रसाद त्यागी ने बताया कि 2 साल के पाठ्ड्ढयक्रम में हो योपैथिक कॉलेज द्वारा हमें 16 माह तक डिप्लोमा कोर्स (डिप्लोमा इन हो योपैथिक फॉरमैसिज-डी0एच0पी0) सत्र की पूरी पढ़ाई कराई गयी। जिसकी 1 सत्र की फीस कॉलेज प्रशासन ने 25000 हजार रूपये पहले ही जमा करा ली गयी थी। इसके अतिरिक्त छात्रों से चार हजार परिक्षा शुल्क के साथ 300 रूपये इंरोलमेंन्ट फीस और भी लिया गया। लेकिन इसके बाद भी जो परिक्षा 14 फरवरी 2011 में होनी थी उसकी अभी तक कोई तिथि कॉलेज द्वारा तय नहीं हो पाई है। छात्र परेंशान है कि अगर यूॅ ही चला रहा तो उनका भविष्य व साल दोनों अधर में लटक सकता है। इस बारे में पूछे जाने पर हो योपैथिक कॉलेज के कार्यवाहक डॉ. एम.बी. सिंह ने शासन स्तर से किसी प्रकार का सहयोग न मिल पाने के कारण परिक्षा न कराने की अपनी असमर्थता बतायी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com