उत्तर प्रदेश कंाग्रेस कमेटी ने तेल कीमतों में बढ़ोत्तरी के सम्बन्ध में केन्द्रीय वित्तमंत्री श्री प्रणव मुखर्जी के प्रस्ताव का स्वागत करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार से मांग की है कि वह तत्काल केरल, उत्तराखण्ड व दिल्ली की तर्ज पर वैट में कटौती करे। प्रदेश कंाग्रेस अध्यक्ष डाॅ0 रीता बहुगुणा जोशी ने कहा है कि राज्य सरकार को जो करना चाहिए वह न करके राजनीति कर रही है। उन्होने कहा कि प्रदेश बंद से जनता की परेशानियां बढ़ेंगीं, यदि वास्तव में उन्हें चिंता है तो वैट कम करके जनता को राहत दें।
प्रदेश कंाग्रेस अध्यक्ष डाॅ0 रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि प्रति लीटर पेट्रोल पर प्रदेश सरकार 26.55प्रतिशत वैट वसूल करती है। इसका सीधा अर्थ यह हुआ कि प्रति लीटर लगभग 15 रूपये से अधिक प्रदेश सरकार वैट के रूप में वसूलती है। जितनी बार दाम बढ़ते हैं उसी अनुपात में प्रदेश की आमदनी भी बढ़ती है इसलिए जनता को राहत देने के लिए केवल केन्द्र सरकार को कोसने के बजाय प्रदेश सरकार को भी आम जनता का बोझ कम करने के लिए अपनी आमदनी में से छूट देनी चाहिए।
डाॅ0 जोशी ने कहा कि टैक्स के रूप में केन्द्र सरकार को जो आमदनी होती है उसका 50प्रतिशत से अधिक धन वह तेल कम्पनियों को वापस करती है ताकि उसका घाटा कुछ कम हो सके। तेल का अंतर्राष्ट्रीय मूल्य भारत में तेल के आयात व उसके मूल्य में वृद्धि का कारण बनती है। डालर के अनुपात में रूपये का गिरते मूल्य ने इस संकट को और बढ़ा दिया है। हमारे पेट्रेालियम पदार्थ की आवश्यकता को पूरा करने के लिए 80प्रतिशत पेट्रोलियम पदार्थ आयात करने पड़ते हैं। सभी प्रकार के पेट्रोलियम पदार्थों की खरीद में तेल कम्पनियों को लगभग 1लाख 80हजार करोड़ रूपये की हानि होती है जिसे कुछ हद तक केन्द्र सरकार सब्सिडी के जरिये कम करने की कोशिश करती है।
डाॅ0 जोशी ने कहा कि श्री प्रणव मुखर्जी ने यह स्पष्ट प्रस्ताव किया है कि राज्य सरकारें जितना वैट कम करेंगी उसी तुलना में केन्द्र सरकार अपने उत्पाद शुल्क में कटौती करेगी।
डाॅ0 जोशी ने कहा कि कंाग्रेस शासित उत्तराखण्ड, केरल राज्य ने तेल मूल्य वृद्धि के बाद तुरंत ही वैट में कटौती की। यहां यह भी गौरतलब है कि दिल्ली में मात्र 20प्रतिशत टैक्स है और राज्य सरकार द्वारा और भी कम करने की संभावना है, किन्तु खेद का विषय है कि समाजवादी पार्टी ने अपने चुनाव घोषणापत्र में जनता से वादा किया था कि सरकार बनने पर वैट की दरों में कटौती करेगी किन्तु कुछ नहीं किया। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि खुद कोई प्रभावी कार्यवाही करने के बजाय इस मुद्दे का राजनीतिकरण करते हुए समाजवादी पार्टी की सरकार द्वारा प्रायोजित प्रदेश बंद का आवाहन किया गया है।
प्रदेश कंाग्रेस अध्यक्ष डाॅ0 जोशी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री से मांग की है कि वह तत्काल वैट में प्रभावी कटौती करें और इस विषम आर्थिक परिस्थिति में जनता के बोझ को कम करें।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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