जिलाधिकारी हटाई गईं, चार वरिष्ठ अधिकारियों से स्पष्टीकरण तथा चार निलम्बित
सरकार किसानों के साथ अन्याय नहीं होने देगी
उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि गेहूं खरीद एवं भण्डारण में किसी भी प्रकार की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि कार्य में शिथिलता के लिए निचले स्तर के अधिकारियों के साथ-साथ वरिष्ठ अधिकारियों को भी कतई बख्शा नहीं जाएगा और दोषी पाए जाने पर उनके भी खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसानों के साथ अन्याय नहीं होने देगी।
प्रवक्ता ने बताया कि इसी क्रम में गत दिवस जनपद उन्नाव के विभिन्न गेहूं क्रय केन्द्रों पर मुख्यमंत्री द्वारा औचक निरीक्षण के दौरान खामी पाए जाने पर उन्नाव के जिलाधिकारी अनामिका सिंह को उनके पद से हटा दिया गया और उनसे स्पष्टीकरण भी मांगा गया है। इसके अलावा खाद्य एवं रसद आयुक्त अर्चना अग्रवाल, पी0सी0एफ0 की एम0डी0 संध्या तिवारी, आवश्यक वस्तु निगम के एम0डी0 एस0के0 ओझा व कर्मचारी कल्याण निगम के अधिशाषी निदेशक विजय बहादुर सिंह से स्पष्टीकरण मांगा गया है।
प्रवक्ता ने बताया कि कार्य एवं पर्यवेक्षण में लापरवाही बरतने के आरोप में राज्य भण्डारागार निगम के एम0डी0 ओंकार यादव, सम्भागीय विपणन अधिकारी उन्नाव सदानन्द कुमार द्विवेदी, गेहूं क्रय केन्द्र प्रभारी न्योतनी आमोद जैन व गोदाम प्रभारी दही चैकी संजय तिवारी को निलम्बित भी कर दिया गया है।
ज्ञातव्य है कि मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने गत 25 मई, 2012 को जनपद उन्नाव के विभिन्न गेहूं क्रय केन्द्रों व राज्य भण्डारागार निगम, न्योतनी एवं अन्य गेहूँ क्रय करने वाली एजेन्सियों के गोदामों का औचक निरीक्षण के बाद पाई गई कमियों के सम्बन्ध में जिम्मेदार बड़े अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई के निर्देश दिये थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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