समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चैधरी ने कहा है कि अन्नदाता किसान की बेहतरी के लिए समाजवादी पार्टी सदैव संकल्पित रही है। अपने चुनाव घोषणा पत्र में किए गए वायदों की पूर्ति के लिए मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव शपथ ग्रहण के पहले दिन से ही प्रयासशील हैं। उन्होने किसानों को राहत पहुॅचाने वाले कई सराहनीय निर्णय लिए हैं। इन निर्णयों का उत्तर प्रदेश के विकास पर दूरगामी प्रभाव पड़ेगा।
मुख्यमंत्री जी ने आज अपनी कैबिनेट की बैठक में किसानों के लिए बीमा राशि एक लाख से बढ़ाकर 5 लाख करने का निर्णय लिया है। यह किसानों के हित में एक बड़ा निर्णय है इसके अतिरिक्त राजस्व अदालतों में कम्प्यूटरीकरण भी होगा। राज्य सरकार ने किसानों की सहूलियत के लिए 4655 गेहूॅ क्रय केन्द्र स्थापित किए और अधिकारियों को इन क्रय केन्द्रो की निगरानी के लिए निर्देशित किया है। खरीद में बिचैलियों का प्रभाव खत्म करने के लिए गेहूॅ खरीद का भुगतान किसानों के खातों में सीधे भेजने का भी फैसला किया गया है। किसानों के खाते में पैसा जाते ही एसएमएस के जरिए उन्हें सूचित भी किया जा रहा है। इसके लिए विशेष साफ्टवेयर से किसानों का रजिस्ट्रेशन किया गया है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मुलायम सिंह यादव ने अपनी चुनाव सभाओं में किसानों के 50 हजार तक के कर्ज माफ करने और उनकी जमीन कर्ज में नीलाम नहीं होने देने का भरोसा दिलाया था। समाजवादी पार्टी की सरकार ने अब इस दिशा में भी प्रयास शुरू कर दिए हैं। कर्जमाफी से जुड़े सभी प्रकरणों का लेखा जोखा तैयार किया जा रहा है।
राज्य सरकार ने गेहूॅ भण्डारण के संकट से निबटने की भी कवायद षुरू कर दी है। गेहूॅ खरीद के लिए बोरों की आपूर्ति में केन्द्र सरकार की ढिलाई पर भारत सरकार को पत्र लिखा गया है। गेहूॅ भण्डारण के लिए चिन्हित खुले स्थानों पर पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था के भी निर्देश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव को विरासत में एक भ्रष्ट प्रशासनिक मशीनरी तथा पंगु व्यवस्था मिली है। सरकारी खजाना खाली है और बसपाराज में बजट अनुत्पादक मदों पर लुटाया गया है। इस बिगड़े हालात को पटरी पर लाने के लिए प्रयास जारी हैं। लेकिन अभी से कुछ राजनीतिक दल, जिन्हें जनता ने सत्ता से दूर रखा है प्रदेश सरकार के विरूद्ध अनर्गल, निराधार तथा द्वेषपूर्ण प्रचार करने में लग गए है। किसानों की समस्या को राजनीति का मुद्दा बनाने का कोई औचित्य नहीं हैं। बसपा, भाजपा और कांग्रेस को किसानों के प्रति झूठी हमदर्दी दिखाने की कोई जरूरत नहीं हैं। इन सबका नेतृत्व किसान विरोधी है जबकि समाजवादी पार्टी वस्तुतः किसानों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के हितों की लड़ाई लड़ने वाली पार्टी है। किसानों का दर्द श्री मुलायम सिंह यादव ही जानते है जो स्वयं भी एक कृषक परिवार से हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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