समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चैधरी ने कहा है कि जिनको अपने काले कारनामों की वजह से प्रदेश के करोड़ों मतदाताओं ने सत्ता सिंहासन से उतार दिया उनके दिमाग से अभी भी सत्तामद उतरा नहीं है। लोकतंत्र में यदि उनका विश्वास होता और संसदीय परम्पराओं का ज्ञान होता तो जनादेश की अवमानना करने का दुस्साहस नहीं होता। किन्तु बसपा की पूर्व मुख्यमंत्री तो अधिनायकशाही व्यवहार की आदी है। अपने समय में उन्होने आम जनता को तो मक्खी-मच्छर समझा ही मंत्रियों-विधायकों तक को उनके दर्शन नहीं हो पाते थे। जनता की गाढ़ी कमाई लुटाने में उनकी मनमानी की तमाम कहानियां अब प्रकाश में आ रही हैं।
सच तो यह है कि उत्तर प्रदेश के लोगों ने सही फैसला करते हुए बसपा के अंधेरराज से मुक्ति पा ली है। बसपा की पूर्व मुख्यमंत्री की सवारी जब निकलती थी सड़कों पर कफ्र्यू लग जाता था। उनके आवास तक जानेवाला रास्ता पांच वर्श प्रतिबंधित था। अघोषित इमर्जेन्सी में लोग कराह रहे थे। समाज का कोई वर्ग ऐसा नहीं बचा जो उनके उत्पीड़न का शिकार न हुआ हो। चुनाव नतीजों ने यही दर्शाया कि जनता कुशासन से मुक्ति चाहती है। उसने अपनी यह आकांक्षा मतदान के समय व्यक्त कर दी। समाजवादी पार्टी के सत्ता में आने से राज्य में लोकतांत्रिक मूल्य बहाल हुए है।
बसपा शासन के गत पांच साल उत्तर प्रदेश के लिए घोर अंधकार के रहे है। बसपा के “गुण्डीराज“ में बसपा के मंत्री और विधायक लूट, हत्या, अपहरण और बलात्कार में ही संलिप्त रहे। आधा दर्जन से ज्यादा बसपाई मंत्री-विधायक जेलो में सजा काट रहे हैं। दर्जनभर मंत्री लोकायुक्त की जांच के घेरे में फंसे हुए हैं। स्वयं बसपा की पूर्व मुख्यमंत्री ने माना था कि उनकी सरकार और संगठन में 500 अपराधी है। उन्होने यह भी स्वीकार किया था कि उनके समय में थाने बिक रहे हैं।
समाजवादी पार्टी सरकार पर उंगली उठाने से पूर्व मुख्यमंत्री को अपने कार्यकाल के अपराध रिकार्ड पर निगाह डाल लेनी चाहिए। उनके समय थानों में हत्या की घटनाएं घटी। मासूम बच्चियों तक से बलात्कार का रिकार्ड बना। पूर्व मुख्यमंत्री के जन्म दिन पर चंदा वसूली में लगे बसपा विधायक ने एक इंजीनियर को पीट-पीटकर बेरहमी से मार डाला। जो अबला शरण लेने बसपा मंत्री-विधायक के घर गई उसके साथ दुष्कर्म किया गया और हत्या भी कर दी गई। इतनी कलंकपूर्ण घटनाओं के बाद पूर्व मुख्यमंत्री किस मुंह से श्री अखिलेश यादव के नेतृत्व में चल रही समाजवादी पार्टी की सरकार पर झूठी, अनर्गल तोहमत मढ़ रही हैं?
अभी समाजवादी सरकार को काम करते हुए दो महीने ही पूरे हुए हैं। मुख्यमंत्री जी ने यह स्पष्ट कर रखा है कि अपराधी की जगह जेल होगी और किसी को भी कानून व्यवस्था से खिलवाड़ नहीं करने दिया जाएगा। वे अपनी बात पर अडिग हैं और जनता उनके साथ है। जिनकी दलाली और गुण्डागर्दी दबंगई पर रोक लग गई है वही बिलबिला रहे है। पूर्व मुख्यमंत्री को अपने भ्रष्टाचार की कलई खुलते दिख रही है, इसलिए वे परेशान हैं। उनको जेल जाने का भी भय सता रहा है। समाजवादी पार्टी सरकार के विरोध में वे इतनी हायतोबा इसीलिए मचा रही है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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