उत्तर प्रदेश में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की स्थापना के लिए राज्य सरकार हर संभव मदद को तैयार है। यह जानकारी आज यहां देते हुए राज्य सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा पहले ही स्पष्ट किया जा चुका है कि यदि केन्द्र सरकार जनपद रायबरेली में एम्स स्थापित करना चाहती है तो राज्य के हितों को देखते हुए प्रदेश सरकार रायबरेली में भी आवश्यकतानुसार भूमि उपलब्ध करायेगी।
प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेशवासियों को उच्च स्तर की चिकित्सा सुलभ कराना राज्य सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल है। इसलिए एम्स की स्थापना को लेकर प्रदेश सरकार अपने स्तर से केन्द्र सरकार को हर तरह का सहयोग देगी। उन्होंने कहा कि जनपद रायबरेली के विधानसभा क्षेत्र सरैनी के विधायक श्री देवेन्द्र प्रताप सिंह ने भी ग्राम पंचायत बन्नामऊ के राजस्व ग्राम चाँदा, तहसील लालगंज में लगभग 114 एकड़ भूमि देने का प्रस्ताव मुख्यमंत्री को उपलब्ध करा दिया है।
प्रवक्ता ने कहा कि विधायक के प्रस्ताव में 50.31 एकड़ सरकारी भूमि की उपलब्धता का उल्लेख किये जाने के साथ ही किसानों की 63.40 एकड़ भूमि के सहमति पत्र शासन को सौंपे गये हैं। एम्स की स्थापना के लिए प्रस्तावित यह भूमि लखनऊ-बांदा राष्ट्रीय मार्ग पर स्थित है तथा तहसील मुख्यालय से 1.5 किलोमीटर एवं जिला मुख्यालय से मात्र 33 किलोमीटर की दूरी पर है। लखनऊ से भी चिन्हित भूमि की दूरी 80 किलोमीटर है। उन्होंने कहा कि एम्स की स्थापना के लिए चिन्हित भूमि के सम्बन्ध में उपजिलाधिकारी लालगंज ने भी अपनी आख्या जिलाधिकारी रायबरेली को उपलब्ध करायी है, जिसमें भूचित्र, चिन्हित भूमि की सूची तथा खतौनियों को उद्धरण शामिल हैं। इसी प्रकार जनपद रायबरेली के बछरांवा विधानसभा क्षेत्र के विधायक श्री रामलाल अकेला ने भी अपने क्षेत्र में एम्स हेतु भूमि उपलब्धता की बात कही है।
प्रवक्ता ने कहा कि राज्य सरकार विकास से जुड़े प्रत्येक कार्य में केन्द्र के साथ परस्पर सहयोग एवं साझेदारी को पूरा महत्व देती है और इसी सकारात्मक सोच के साथ काम करना चाहती है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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