हरदोई जनपद के साण्डी कस्बे के चर्चित एनआरएचएम घोटाले में पूर्व एम0ओ0आई0सी0 की ओर से अदालत में दायर किये वाद के आधार पर तत्कालीन प्रोजेक्ट मैनेजर और अस्पताल में काम करने वाले एक कर्मचारी विक्रम लाल के विरूद्ध रिपोर्ट दर्ज कराने के आदेश दिये गये सी0एम0ओ0 डा0एस0के0तिवारी ने इस तरह के किसी आदेश की जानकारी से इनकार किया है। अभी कुछ दिन पूर्व साण्डी के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में कुछ दिन पूर्व तैनात रहे एम0ओ0आई0सी0 डा0आर0के0सैनी की ओर से जननी सुरक्षा योजना, रोगी कल्याण कोष, ग्रामीण स्वच्छता समिति पर बड़े पैमाने पर घपलेबाजी और लाखों रूपये के घोटालों का आरोप लगाये थे।सैनी ने इसकी लिखित सूचना सी0एम0ओ0 को भी दी थी। लेकिन एम0ओ0आई0सी0 डा0असद अली प्रोजेक्ट मैनेजर राकेश कुमार और विक्रमलाल की लामबन्दी के चलते सी0एम0ओ0 ने डा0सैनी का स्थानान्तरण कर दिया और उनके विरूद्ध अभिलेख गायब करने की रिपोर्ट भी साण्डी थाने में दर्ज की गयी। डा0सैनी ने मीडिया के समक्ष उजागर किया परन्तु विभागीय अधिकारियों की ओर से मामले को संज्ञान में लेने के कारण उन्होने का अदालत का दरवाजा खटखटाया जिस पर अदालत ने प्रोजेक्ट मैनेजर राजेश कुमार और विक्रमलाल के विरूद्ध रिपोर्ट दर्ज करने के निर्देश दिये डाॅ0सैनी ने हमारे पत्रकार को बताया मंगलवार को अदालत से यह आदेश दिया गया है इसकी प्रति उन्हें अभी प्राप्त नहीं हुई है उधर डा0सैनी ने यह भी आरोप लगाया कि विभागीय नियमावली के अनुसार पांच वर्ष से कम सेवावधि वाले कर्मचारी को वित्तीय आहरण वितरण का अधिकार नहीं दिया जा सकता परन्तु यह अधिकार ताक पर रख दिये गये जिला अस्पताल में पायी गयी कई अनियमितताओं को देखते हुए शक की सुई कहीं न कहीं सीएमओ डा0एस0के0तिवारी की तरफ भी जाती है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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