भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री को लोकायुक्त के दायरे में लाने की जोरदार वकालत की है। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डा0 मनोज मिश्र ने आज एक बयान में कहा कि प्रदेश में पारदर्शी और भ्रष्टाचार मुक्त शासन मुख्यमंत्री को लोकायुक्त के दायरे में लाए बिना संभव नहीं। डा0 मिश्र ने कहा कि सशक्त लोकपाल लोकतंत्र के प्रति जनता के विश्वास को और मजबूत करेगा। सरकार का मुखिया जब तक लोकायुक्त के अधिकार क्षेत्र में नहीं होगा तब तक भ्रष्टाचार पर लगाम संभव नहीं।
प्रदेश प्रवक्ता डा0 मिश्र ने कहा कि प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री का यह बयान कि समाजवादी पार्टी मुख्यमंत्री को लोकायुक्त के दायरे में लाने के पक्ष में नहीं हैं, चैंकाने वाला है। डा0 मिश्र ने कहा कि प्रदेश के दो मुख्यमंत्रियो पर आय से अधिक संपत्ति का मामला न्यायपालिका में लंबित है तथा प्रदेश की जनता न्यायपािलका के निर्णय का इंतजार कर रही है। अतः यह आवश्यक है कि मुख्यमंत्री से लेकर हवलदार तक लोकायुक्त के दायरे में होना ही चाहिए। डा0 मनोज मिश्र ने कहा समाजवादी पार्टी ने चुनाव के पहले प्रदेश की जनता से सशक्त लोकपाल लाने का वायदा किया था और यह बयान देकर मुख्यमंत्री ने सपा द्वारा जनता से वादाखिलाफी है।
प्रवक्ता ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय की छात्र अशांति पर विश्वविद्यालय और स्थानीय प्रशासन की जिम्मेदार ठहराया तथा कहा कि छात्रों के साथ अपराधियों जैसा वर्ताव किया जा रहा है। पूरी दुनिया में छात्रों को सुविधांए मुहैय्या कराई जा रही है लेकिन इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रों को सिविल सर्विस परीक्षा तक छात्रावास में रहने की अनुमति न देना जहां एक तरफ विश्वविद्यालय प्रशासन की हठधर्मिता है वहीं छात्रों के प्रति उपेक्षापूर्ण रवैय्ये का परिचायक है तथा छात्रावास खाली कराने का निर्णय दुर्भाग्यपूर्ण है। श्री मिश्र ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन से छात्रों के न्यायोचित मांगों पर सहृदयतापूर्वक निर्णय लेने की मांग की है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com