भारतीय जनता पार्टी ने गेहॅू क्रय केन्द्रों पर किसानों से हो रही लूट-खसोट पर जबर्दस्त प्रतिक्रिया व्यक्त की है। प्रदेश प्रवक्ता डा0 मनोज मिश्र ने आरोप लगाया कि प्रदेश के गेहूं क्रय केन्द्रों पर किसानों का उत्पीड़न किया जा रहा है। डा0 मिश्र ने बताया कि इस वर्ष गेहूं का समर्थन मूल्य रू0 1285 प्रति क्ंिवटल होने के बावजूद क्रय केन्द्र प्रभारियों, बिचैलियों और इस खेल से संबंधित व्यापारियों के गठजोड़ के कारण रू0 1000-1100 तक का ही मूल्य मिल पा रहा है।
प्रदेश प्रवक्ता डा0 मिश्र ने कहा कि क्रय केन्द्रों पर वारदाना न होने का बहाना बनाकर तौल बंद रहती है, खरीदे गए गेहूं का भण्डारण न होने के कारण तौल रोक दी जाती है जिससे घबराकर किसान औन-पौने दामों में किसान आढ़तियों को गेहॅूं बेच देते हैं। गेहूं में नमी और कूड़े की मात्रा अधिक बताकर किसानों को हतोत्साहित किया जाता है। डा0 मिश्र ने कहा कि किसानों के गेहूं को तौलने के लिए कम से कम काॅंटे लगाए गए हैं ताकि किसान परेशान होकर बिचैलियों को अपना गेहॅूं बेच दे।
प्रदेश प्रवक्ता डा0 मिश्र ने सरकार से मांग की है कि सरकार किसानों के गेहूं की खरीद की पारदर्शी व्यवस्था करे। गेहॅंू क्रय केन्द्रों पर तौलने वाले कांटों की संख्या बढ़ाई जाए। किसानों को क्रय केन्द प्रभारियों, बिचैलियों और इस खेल में शामिल आढ़तियों की तिकड़ी से मुक्ति दिलाई जाए। हर हाल में किसानों का गेहूं उसी दिन खरीदने की पारदर्शी व्यवस्था की जाए तथा किसानों का तरह-तरह से उत्पीड़न करने वालों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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