उत्तर प्रदेश में सपा की सरकार बने हुए एक माह व्यतीत हो चुका है। सपा के युवा मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश की बागडोर को पूरी तरह अपने हाथों में लेकर कानून व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए पूरे प्रदेश की अफसरशाही को कई-कई बार बदल डाला। परन्तु जबसे सपा की सरकार आई है सपा के कार्यकर्ता लगातार समाचारपत्र की सुर्खियों में गलत कार्यों से बने रहे हैं। चाहे वह रेलवे स्टेशन पर घोड़े की सवारी हो या पी0ए0सी0 से मुठभेड़ के कारण। सपा सरकार के लिए सबसे बड़ी चुनौती अपने कार्यकर्ताओं को अनुशासित करना है। अभी तक सरकार ने अपने कार्यकर्ताओं को चेतावनी दी है कि वे अनुशासन में रहें परन्तु उनके विरूद्ध कोई भी कार्यवाही करने से बच रही है।
उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी के प्रवक्ता डाॅ0 हिलाल अहमद ने कहा कि प्रदेश की जनता ने शायद इस उम्मीद के साथ समाजवादी पार्टी केा अप्रत्याशित सफलता प्रदान की थी कि सपा सरकार उनकेे हितों के लिए कार्य करेगी और जल्द ही कानून को अपने हाथ में लेने वालों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही कर प्रदेश में कानून व्यवस्था को स्थापित करने का कार्य करेगी।
प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव जी ने एक अहम फैसला लिया था कि यू0पी0 बोर्ड की परीक्षा के समय पूरे प्रदेश में सायं 6 बजे से रात्रि 10बजे तक बिजली नहीं जायेगी, लेकिन दुःख की बात है कि उनके इस आदेश का प्रभाव देखने को नहीं मिला। यह चिंता का विषय है कि मुख्यमंत्री के स्पष्ट आदेशों के बावजूद सरकारी तंत्र ने इस आदेश की अनसुनी की तथा आज तक प्रदेश में बिजली की आपूर्ति अत्यधिक दयनीय है।
डाॅ0 हिलाल अहमद ने कहा कि प्रदेश की सड़कों का हाल बहुत खराब है और बहुत से क्षेत्रों में सड़कें खुदी हुई हैं। उन्होने मुख्यमंत्री का ध्यान इस ओर आकर्षित करते हुए यह अपील की है कि जल्द से जल्द सड़क निर्माण का कार्य आरम्भ करायें अन्यथा बरसात के आते ही जलभराव की समस्या खड़ी हो जायेगी, जिसके कारण प्रदेश में अनेक बीमारियां महामारी की तरह फैल जायेंगीं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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