भारतीय जनता पार्टी के नव नियुक्त प्रदेश अध्यक्ष डा0
लक्ष्मीकांत बाजपेई ने भारत रत्न डा0 भीमराव अम्बेडकर को उनके 121वें जन्म
दिवस पर श्रद्धापूर्वक स्मरण किया। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि डा0 अम्बेडकर ने
न केवल दलितों एवं अस्पृृश्यों को सम्मान एवं अधिकार दिलाया बल्कि सभी वर्ग के
लोगों में नवचेतना का सृजन किया था। संपूर्ण समाज का दृष्टि परिवर्तन उनके
महान कृतित्व का अतुलनीय उदाहरण है। संपूर्ण राष्ट्र इसीलिए उन्हें नमन करता
है।
प्रदेश अध्यक्ष डा0 बाजपेई ने उदाहरण देकर कहा कि यह डा0 अम्बेडकर ही थे
जिन्होंने विदेशी धारणा एवं षडयंत्र के विरूद्ध कहा था कि भारत के आर्य ही
भारत के मूल निवासी थे। भारत का संवैधानिक स्वरूप उनकी उदार सोच और
राष्ट्रवादी भावना का परिणाम है। डा0 अम्बेडकर मानते थे कि संविधान की इकाई
ग्राम या ग्राम पंचायत नहीं अपितु व्यक्ति है। डा0 अम्बेडकर स्वतंत्र भारत के
अंदर सक्षम संविधान के प्रबल पैरोकार थे।
प्रदेश अध्यक्ष डा0 बाजपेई ने उनको नमन करते हुए कहा कि बाबा साहब की जीवन
यात्रा एक महान् संवैधानिक योद्धा की यात्रा है जो अपने अडिग अविचलित कदम रखते
हुए निरन्तर गतिमान दिखती है। उनकी दृष्टि में भारत एक नैसर्गिक राष्ट्र है
जिसके कण-कण में राष्ट्रवाद की भावना ने अपनी जगह बनाई हुई है। अखंड भारत की
सोच के वे पोषक थे। डा0 बाजपेई ने कई अन्य प्रसंगों को उदाहरण देकर कहा कि यह
राष्ट्र उस महान् राष्ट्रवादी संवैधानिक संरक्षक का ऋणी रहेगा। भारतीय जनता
पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता उन्हें श्रद्धापूर्वक स्मरण करता है।