जयसिंहपुर सुलतानपुर ११ अप्रैल । केन्द्र सरकार द्वारा चलायी गयी मनरेगा योजना कमीशन खोरी की भेंट चढ गयी है इसके पूर्व में बसपा सरकार में जो भ्रष्ट्राचार पनप चुका था वह अब भी थमने का नाम नही ले रहा है ब्लाक से लेकर जिले तक के अधिकारी सब भ्रष्टाचार में लिप्त है । इधर मनरेगा योजना जब से चली है किसानो के लिए सिरदर्द बनी हुयी कारण कि मजदूरो को मजदूरी १२० रुपये होने के वजह से किसानो को मजदूर मिलना ईद के चांद के बराबर है सिर्फ १० खेप मिटटी डालकर मास्टर रोल पर १२० रुपये मजदूरी लेना किसानो के लिए सिर दर्द बना हुआ है चाहे कोई भी गृह कार्य अथवा खेती कार्य हो मजदूर मिलने वाले नही है यदि मिलते भी तो मनरेगा कार्य की नकल करते है ।
उधर बसपा सरकार में जो अधिकारी कमीशन खोरी भ्रष्टाचार मे लिप्त थे वह अब सपा सरकार मे भी अपनी आदतो मे सुधार नही ला रहे है हालांकि सपा सरकार बनने के पूर्व युवा मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने तमाम कल्याण कारी योजनाओं का किसानो तक पहुचाने के लिए जो वादा किया था किसान उन वादों को पूरा करने के लिए उम्मीद लगाये हुए है ।
नगर पालिका चुनाव का बिगुल बजते ही ब्लाक के खण्ड विकास अधिकारियों का तबादला कर दिया गया मनरेगा योजना में जो नाली, खडंजा, कच्चा पक्का कार्य कराने के लिए स्टीमेंट बनाया जा रहा है उसमे जेई द्वारा प्रधानो से मनचाही रकम मांगी जा रही है चाहे छोटा स्टीमेट हो अथवा बडा सब में प्रति स्टीमेट एक हजार रुपया चाहिए तब जाकर स्टीमेट बनाया जाता है स्टीमेट पास कराने के लिए बी डी ओ को कमीशन अलग, मास्टर रोल पर हस्ताक्षर कराने का अलग तो सब मिला कर ४० से ५० प्रतिशत तो प्रधान कितना बढिया काम करायेगा प्रधान को भी बैंक से लेकर ब्लाक तक का चक्कर मारना पडता है इसलिए ये योजना किसानो के लिए दुखदायी हो गई है ।
क्षेत्र के प्रगतिशील किसान रामदीन वर्मा, रामजीत ने बताया कि केन्द्र सरकार ने यह योजना चलाकर हम लोगो को छलने का कार्य किया है । गांव में कार्य भी मानक के हिसाब से नही हो पाता है और खेती तथा गृह कार्य के लिए मजदूर ईद के चांद हो गये मजदूर आज कल सिर्फ पैसा चाहते है कार्य कुछ भी नही होता है ।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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