ऽ पुलिसकर्मियों पर गिरी कप्तान की गाज
जनपद का थाना कूरेभार पशु तस्करों के आगे हार गया थानेदार लाईन हाजिर, सिपाही हुआ निलम्बित अनुभव हीनता के चलते पुलिस पर दर्ज कराया गया मुकदमा सिपाहियों के हौसले पस्त ।
गौरतलब हो कि जिले में सक्रिय पशु तस्करो की एक गाडी देर रात थाना कूरेभार की सीमा के स्थित गुप्तारगंज तकिया गांव वाले सूनसान मार्ग से पूर्व की भांति आती हुई दिखी ।
गाड़ी देखकर गस्ती सिपाहियों ने टार्च जलाकर रोकने की कोशिश की तो गाडी नही रुकी बल्कि गाडी की स्पीड बढा दी गई और गस्ती सिपाहियों पर गाडी चढाने की कोशिश भी की गई जिससे घबराकर सिपाही ने वाहन रोकने के लिए टायर भस्र्ट करने के लिए फायर कर दिया मगर वाहन चालक को पूर्व से ही इस गंवई इलाके की भागौलिक स्थित मालूम थी और गुप्तारगंज के ताकिया गांव में घुस गया ।
क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि गांव वाहन में लदे गोवशो को उतार कर पुन राजमार्ग पर आकर भागने लगा सिपाहियों ने पुन जान हथेली पर रखकर वाहन को पकडा जिसका नं० यू०पी० ५० एटी ०५५४ था और इसको चला रहे ड्राइवर का नाम अबू साहेल निवासी ग्राम हाउ थाना जंगीपुर आजमगढ ने अपनी पहुंच और नेटवर्क का दिमागी इस्तेमाल कर नवागुंतक पुलिस कप्तान को इस कांड की सूचना दे दिया ।
उसने पुलिस अधीक्षक को बताया कि पुलिस लूटने की नियत से गाडी रोकवा रहे थे न रोकने पर गोली मारी गई जबकि इस घटना की चर्चा पूरे ईलाके में चल रही है जिससे यह प्रतीत होता है कि पुश तश्करी का जाल जिले के कई थानो के अन्र्तगत चल रहा है और गाहे वगाहे अगर कोई थाना व पुलिस कर्मी इसे रोकने का प्रयास करता है तो अंजाम कुछ इसी तरह सामने आता है ।
हालांकि नवागंतुक पुलिस कप्तान ने अनजाने मे ही एक थानेदार और सिपाही को दण्ड दे दिया और पुलिस के सिपाही के खिलाफ अबू सालेह की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर धारा ३४१, ३६५, ५०४, ४२७ आईपीसी दर्ज कराकर निलंम्बित कर दिया और जनता की नजर में निर्दोष थानेदार प्रेम प्रकाश पाण्डेय को लाईन हाजिर कर दिया । जिसकी पूरे जिले में विपरीत प्रतिक्रिया सुनी जा रही है ।
गौरतलब हो कि गोकशी, पशु तश्करी रोकने के लिये पुलिस कप्तान पी०वी०रामाशास्त्री को भी अपनी जान जोखिम मे डालनी पडी थी उन्होने तश्करो के ट्रक के टायर पर अपनी सर्विस रिवाल्वर से फायर कर गाडी रोकवा कर पशुतश्करो के गिरफतार किया था उस चर्चित कांड की चर्चा आज भी जनपद में की जाती है और तेज तर्रार पुलिस कप्तान पी०वी० रामाशास्त्री आज भी बहुसंख्यको में गोवशों को बचाने के लिए स्मरणीय है ।
वही आज का कांड आम जनता मे अधिकारियों की अनुभव हीनता के लिये याद किया जायेगा । जबकि थाना हलियापुर, बल्दीराय, कुडवार, लम्भुआ, देहात कोतवाली आदि के मार्ग पशु तस्करों के पसंदीदा मार्ग है और यही से तस्करी के पशु बाहर भेजे जाते है रोक टोक की स्थिति मे कई बार पुलिस की जान पर भी बन आती है और कल भी कुछ ऐसा ही हुआ था मगर ऐसा लगता है कि पुलिस हार गई और पशु तस्कर जीत गये।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com