मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने समाजवादी क्रांतिरथ यात्रा के समय जो वायदे किए थे, उन्हें पूरा करने के लिए वे शपथ ग्रहण के दिन से ही सचेष्ट हो गए है। गरीबों, किसानों, अल्पसंख्यकों और नौजवानों से किए गए वायदों की पूर्ति के लिए वे छात्रसंघ बहाली, कब्रिस्तानों पर चहारदीवारी बनाने, बेकारी भत्ता देने और किसानों को फसल का उचित मूल्य तथा खरीद सुनिश्चित करने जैसे निर्णय ले चुके हैं।
मुख्यमंत्री ने अब उत्तर प्रदेश में गरीबों को मुफ्त इलाज के अपने वायदे को पूरा करने के लिए भी कदम उठा लिए हैं। विश्व गुर्दा दिवस (28 मार्च) पर लखनऊ में आयोजित जागरूकता रैली में श्री अखिलेश यादव ने घोषणा की कि राज्य सरकार गम्भीर बीमारियों का मुफ्त इलाज कराएगी। वह इसमें गरीबी को बाधा नहीं बनने देगी। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव के निर्देश पर चार गम्भीर बीमारियों कैंसर, किडनी, हार्ट, लीवर के इलाज की मुफ्त व्यवस्था की बात समाजवादी पार्टी के चुनाव घोषणा पत्र 2012 में लिखी गई थी। वे इससे पूर्व अपने कार्यकाल में अस्पताल के पर्चे का मूल्य एक रूपए करने और ग्रामीण इलाकों में मेडिकल कालेज खोलने का निर्णय कार्यान्वित कर चुके थे।
समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चैधरी ने कहा है कि समाजवादी पार्टी का शुरू से ही इस बात पर जोर रहा है कि अस्पतालों में आम आदमी को ठीक से उपचार मिलना चाहिए। सम्पन्न व्यक्ति तो अपना इलाज प्राइवेट संस्थाओं से भी करा लेता है किन्तु जनसामान्य साधनों के अभाव में बिना इलाज के ही मर जाता है। समाजवादी पार्टी हमेशा गरीबों, किसानों को केन्द्र में रखकर योजनाएं बनाने की हिमायती रही है। इसलिए पिछड़ों, अल्पसंख्यकों को उसने आगे बढ़ाने का काम किया है। मुलायम सिंह यादव ने उस व्यक्ति की चिन्ता की जो कच्ची झोपड़ी में रहता है और जिसकी सांप काटने से मौत हो जाती है। इसलिए उन्होने हमेशा गरीबों और आम आदमियों की तकलीफों को कम करने का काम किया है। इस परम्परा को ही श्री अखिलेश यादव आगे बढ़ा रहे हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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