ऽ दलालों का अड्डा बन गया है थाना
कुड़वार -स्थानीय थाना कुड़वार दलालों का अड्डा बन गया है । जहां दिनों दिन अपराधिक घटनांओं में इजाफा हो रहा है जिससे क्षेत्र में अशान्ति का वातावरण व्याप्त है ।
कुड़वार थानाध्यक्ष वी०एन० सरोज की कार्यशैली से क्षेत्र में अपराधिक घटनाओं की बाढ सी आ गयी है । चोरी, छिनैती, राहजनी, अपहरण की हुई लगातार घटनाओं से भयग्रस्त लोगो में अशान्ति का माहौल है ।
ज्ञातव्य हो कि कुडवार थाने से चन्द कदम दूर इसरौली गांव निवासी रघुनाथ अग्रहरि की पत्नी की नाक व कान का जेवरात दिन दहाडे अराजक तत्व खींचकर भागने में सफल रहे । लहूलुहान पीडित महिला ने लिखित शिकायत थाने पर दी परन्तु स्थानीय थाना पुलिस कार्यवाही की जगह दलालो के बीच बैठी चुटकी लेती रही । घटना की सूचना पर सपा विधायक अबरार अहमद के कड़ा रुख अख्तियार करने पर पुलिस हरकत में आयी और कागजी खाना र्पु्र्ति की ।
वही नौगंवतीर मार्ग पर लोनीखार के निकट प्रतापपुर निवासी शिव मिश्र को अराजकतत्वो ने अपना निशाना बनाया और तमंचे के नोक पर उनका सारा सामान लूट लिया । दूसरी बड़ी घटना भगवानपुर निवासी भंवरराज कोरी के साथ घटित हुयी जिनकी नाबालिग तेरह वर्षीय बालिका को अपहरण कर्ताओं ने अपने चंगुल मे ले लिया ।
स्थानीय थाना पुलिस से शिकायत पर सुविधा शुल्क की मांग के चलते पीडि़त को निराशा ही हाथ लगी । पुलिस कार्यवाही से क्षुब्ध स्थानीय लोगो की सूझ बूझ से बालिका को अपहरण कर्ताओं से हासिल करने मे कामयाब रहे । इसी कडी में बख्त पुरवा, अगई, धरावां, लखई का पुरवा, प्रतापपुर, गंजहेडी, कुडवार, देवलपुर, बेला पश्चिम आदि गांवो में अपराधिक घटनाएं घटित हुई परन्तु थानाध्यक्ष बी०एन० सरोज व उनके हमराही सिपाही भारी सुविधा शुल्क के बल मामले को रफा करने में व्यस्त रहे।
बताते चले कि थाना परिसर में दलालो का अनैतिक कार्य अपने चरम पर है जहां दलाल पुलिस का इशारा पाते ही छोटे से छोटे विवाद को खूनी संघर्ष का रुप दे देते है । चर्चाओ के अनुसार प्रतापपुर के पूर्व प्रधान ने गांव के गरीब तबके से पटटे, वृद्धा पेंशन, आवासीय कालोनी व राशन कार्ड आदि के नाम पर भारी धन वसूली की और जब असहाय गरीब परिवार के लोग अपने कार्य न होने पर पैसे की मांग करते है तो उन्हे अपने दलाली के बल थाने में फर्जी केसो में फंसाने का धौस दिखाते है ।
पूर्व प्रधान ने अपने दलाली के बल गांव के एक दलित परिवार को पुश्तैनी जमीन से बेदखल करने का प्रयास, चैरसिया परिवार पर जानलेवा हमला तथा दो ब्राहमण परिवार में खूनी संघर्ष का रुप दे रखा है पीडित पक्षो ने पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जाच सक्षम अधिकारियों से कराये जाने की मांग की है । गौरतलब हो कि आधा दर्जन ऐसे मामले प्रकाश मे आये है जहां थानाध्यक्ष ने न्यायालय के स्थागनादेश को धता बताते हुए दबंगो की मदद कर अवैध कब्जा करना अपने बायें हाथ का खेल समझा । स्थानीय थाना पुलिस की कार्यशैली से क्षुब्ध क्षेत्रीय लोगो ने घटित अपराधिक घटनाओं की निष्पक्ष जांच सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों से करने की मांग की है ।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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