भारतीय जनता पार्टीे ने प्रदेश में स्थानीय निकाय चुनाव के लिए चल रहे मतदाता पुनर्रीक्षण में हुई विसंगतियों को ध्यान में रखते हुए राज्य निर्वाचन आयोग (स्थानीय निकाय एव पंचायत) से मतदाता पुनरीक्षण अभियान को 31 मार्च तक बढ़ाए जाने की मांग की है।
प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि 16 मार्च से शुरू हुए मतदाता पुनर्रीक्षण अभियान में लगे कर्मचारी आज अभियान के आंखिरी दिन भी मतदान केन्द्रों पर पहुंच नहीं पाए। स्थानीय निकाय चुनाव के लिए मतदाता पुनरीक्षण अभियान 16 मार्च से 22 मार्च तक चलाने की घोषणा हुई थी लेकिन 16 मार्च से शुरू हुए अभियान को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए नियुक्त कर्मचारी अधिकांश मतदान केन्द्रों पर पहुंचे ही नहीं।
उन्होनंे कहा मतदाता पुरीक्षण अभियान में अनियमितताओं का आलम यह है कि राजधानी लखनऊ सहित वाराणसी, गोरखपुर, अलीगढ़, मुरादाबाद, कानपुर, गाजियाबाद, झांसी एवं बरेली आदि जगहों पर पूरा अभियान अस्त-व्यस्त रहा। अधिकांश मतदान केन्द्रों पर मतदाता सूची में नाम बढ़वाने का काम शुरू होने में कठिनाई का सामना करना पड़ा। ज्यादातर स्थानों पर जितने मतदान केन्द्र हैं, उतने कर्मचारी उपलब्ध नहीं हो सके। इस कारण कई स्थानों पर मतदान केन्द्रों पर पहंुचे आम नागरिकों को निराश होकर वापस लौटना पड़ा। इस बार मतदाता पुनर्रीक्षण अभियान में बरती गई अनियमितताओं के कारण 18 वर्ष की आयु पूरी करने वाले हजारों युवा मतदाता भी अपना नाम मतदाता सूची में नहीं बढ़वा सके। जिससे उनमें निराशा भी है।
श्री पाठक ने बताया कि मतदाता पुनर्रीक्षण अभियान में हो रही लापरवाही के संदर्भ में भाजपा की स्थानीय ईकाइयों द्वारा कई जगहों का जिला निर्वाचन अधिकारियों से शिकायतें भी की गई किन्तु जिला स्तर पर शिकायतों के निराकरण में रूचि नहीं ली गई तथा अधिकारी उदासीन रहे। इसलिए लेाकतंत्र की सबसे निचली इकाई स्थानीय निकाय के चुनाव स्वस्थ परंपरा के अनुसार कराए जाने के लिए आवश्यक है कि मतदाता पुनर्रीक्षण अभियान की तिथि बढ़ाई जाए तथा इसका व्यापक प्रचार-प्रसार हो ताकि आम मतदाता अपने मतदान करने के हक से वंचित नहीं हो सके।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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