- मुख्यमंत्री ने प्रदेश में कृषि आधारित उद्योगों के विकास के लिए एक माह में नीति प्रस्तुत करने के निर्देश दिए
- किसानों को प्रत्येक दशा में समय से पर्याप्त मात्रा में खाद एवं बीज उपलब्ध करायें
- मण्डी परिषद सुनिश्चित करे कि मण्डी में किसानों को समर्थन मूल्य से कम मूल्य कतई न मिले
- भूमि विकास बैंक के कार्यकलापों तथा जिला कोआॅपरेटिव बैंक के कम्प्यूटरीकरण की जांच के आदेश
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी के घोषणा पत्र में किसानों के लिये किये गये वादों को लागू करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने प्रदेश में कृषि आधारित उद्योगों को विकसित करने के लिए एक माह में नीति प्रस्तुत करने के भी निर्देश दिए हैं। उन्होंने जोर देकर कहा है कि वर्तमान सरकार किसी भी कीमत पर किसानों के हितों की अनदेखी नहीं होने देगी।
मुख्यमंत्री आज यहां एनेक्सी भवन स्थित अपने कार्यालय में गेहूं खरीद, खरीफ हेतु खाद-बीज की व्यवस्था तथा सहकारिता विभाग के सम्बन्ध में आयोजित एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में लोक निर्माण मंत्री श्री शिवपाल सिंह यादव, कृषि मंत्री श्री आनंद सिंह तथा मुख्यमंत्री से सम्बद्ध राज्य मंत्री (प्रोटोकाॅल) श्री अभिषेक मिश्र भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गेहूँ की खरीद के लिए सभी जरूरी प्रबन्ध समय से पूरे किए जाएं। उन्होंने इस बात पर चिन्ता व्यक्त की कि किसानों को समर्थन मूल्य नहीं मिल पा रहा था। उन्होंने निर्देश दिए कि मण्डी परिषद यह सुनिश्चित करे कि मण्डी में किसानों को समर्थन मूल्य से कम मूल्य कतई न मिले। उन्होंने अनाज के सुरक्षित भण्डारण की मुकम्मल व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए।
सहकारिता विभाग की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने प्राथमिक सहकारी समितियों तथा जिला सहकारी बैंकों की स्थिति में व्यापक सुधार लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वैद्यनाथन कमेटी की संस्तुतियों के क्रम में घोषित किए गए एक हजार करोड़ रूपये के पैकेज की धनराशि को, सभी शर्ताें को पूरा करते हुए, भारत सरकार से सम्पर्क कर शीघ्र प्राप्त किया जाए। उन्होंने जिला सहकारी बैंकों (डी0सी0बी0) में किये गये कम्प्यूटरीकरण में बरती गयी अनियमितताओं की जांच के भी आदेश देते हुए भूमि विकास बैंक के कार्यकलापों के बारे में भी तत्काल जांच सुनिश्चित कराने के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री ने उर्वरकों की उपलब्धता के बारे में चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा कि किसानों को सही समय व सही दाम पर उर्वरकों की आपूर्ति नहीं की गयी, जिसके फलस्वरूप किसानों को यूरिया एवं डी0ए0पी0 की निर्धारित मूल्य से अधिक कीमत चुकानी पड़ी। इसी प्रकार आलू उत्पादकों को भी उनकी उपज का सही मूल्य नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि अब किसानों की उपेक्षा कतई बर्दाश्त नहीं होगी।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि किसानों को प्रत्येक दशा में समय से पर्याप्त मात्रा में खाद एवं बीज मिले। इसके लिये उन्होंने अधिकारियों को यूरिया, डी0ए0पी0, फास्फेटिक तथा अन्य उर्वरकों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने तथा उर्वरकों की कालाबाजारी रोकने के निर्देश दिए। उन्होंने उर्वरकों के पर्याप्त भण्डारण के लिए इनकी प्री-पोजिशनिंग हेतु मंत्रिपरिषद के समक्ष प्रस्ताव लाने के निर्देश भी दिये।
बैठक में मुख्य सचिव श्री अनूप मिश्र, कृषि उत्पादन आयुक्त श्री आलोक रंजन के अलावा कृषि एवं सहकारिता विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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