समाजवादी विचारक डा0 के0के0 त्रिपाठी एवं अवधेश प्रताप सिंह ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि डा0 लोहिया की याद में उनकी जन्म स्थली के जनपद का नाम लोहिया नगर रखा जाये। गौरतलब है कि भारत के स्वत्रन्ता आन्दोलन की बात आयेगी तो उन आन्दोलन कारियों में डाॅ0 राममनोहर लोहिया का नाम राष्ट्रीय इतिहास के पन्ने में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जायेगा। गोवा मुक्ति अभियान में उनके योगदान को देखकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने उन्हें भारतमाता का सर्वश्रेष्ठ पुत्र कहा था उन्होंने पूरी जिन्दगी गरीबों, पिछड़ों, दलितों मजलूमों, महिलाआंे के लिये संघर्ष किया तथा सड़क से लेकर संसद तक इन वर्गो के हितों की रक्षा हेतु आवाज उठाते रहे। परन्तु बड़े दुख के साथ कहना पड़ता है कि आज के तथा कथित राजनीतिज्ञ लोहिया के समता मूलक समाज के निर्माण से दूर होते जा रहे है जिसके कारण जातिवाद, परिवारवाद, क्षेत्रवाद, हिंसा व अलगाववाद की भावना बढ़ती जा रही है जो कि राष्ट्र की आने वाले पीढ़ी के लिये घातक है। डाॅ0 लोहिया का जन्म हमारे जिले के कस्बा शहजादपुर (अकबरपुर), अम्बेडकर नगर में हुआ था। देश की राजधानी दिल्ली व लखनऊ में उच्चस्तरीय चिकित्सालय उनके नाम पर स्थापित है और न जाने कितनी सड़कों, विद्यालयों का नामकरण उनकी यादगार में किया गया है। लेकिन हमारे जनपद की ओछी राजनीति के चलते लोहिया नगर न रखकर अम्बेडकर नगर रख दिया गया है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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