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समापन वेद मंत्रों के उच्चारण के साथ हुआ

Posted on 13 March 2012 by admin

कारसेवकपुरम् में चल रहे विष्व हिन्दू परिशद धर्म प्रसार विभाग की तीन दिवसीय अखिल भारतीय बैठक का विधिवत समापन वेद मंत्रों के उच्चारण के साथ हुआ।  धर्म प्रसार विभाग ने अवध प्रान्त में पदाधिकारियों के दायित्वों में फेर-बदल किया।
विगत रविवार से प्रारम्भ हुई धर्म प्रसार विभाग की बैठक में देष भर से जिला स्तरीय 400 पदाधिकारी सम्मिलित हुए। तीन दिन तक चले इस बैठक के विभिन्न सत्रों में हिन्दू समाज की घर वापसी तथा जन जागरण के कार्यक्रमों की रूपरेखा तय की गयी। समापन सत्र. को सम्बोधित करते हुए युग पुरूश स्वामी परमानन्द महाराज के षिश्य व साध्वी ऋतम्भरा के गुरूभाई स्वामी परमात्मानन्द गिरि ने कहा हम गौरवषाली हिन्दू हैं।  जो विष्व का कल्याण चाहते हैं। लेकिन अधर्म और पाप को समाप्त करने के लिए हम राम और कृश्ण के पदचिन्हों पर चलने को भी पीछे नहीं हटने वाले। जिस प्रकार रािम ने रावण, कृश्ण ने कंस रूपी पाप का अन्त किया ठीक उसी प्रकार वर्तमान युग में चल रहे अनाचार, दुराचार और धर्मान्तरण जैसे पापाचारों का समन करने के लिए आगे बढना होगा। उन्होनंे कहा धर्मान्तरण जनजातियों के संवैधानिक अधिकारों पर हमला है। राश्ट्रीय स्वाभिमान जगाने के लिए गांव-गांव निकलना होगा।
दिल्ली से पधारे महंत हरी दास ने कहा लक्ष्य प्राप्ति के लिए हमको आगे बढना होगा। बाधाएॅं मार्ग में आ सकती है लेकिन हमारे दृढ निष्चय को कोई ढिगा नहीं सकती।  स्वामी किरण गिरि महाराज ने कहा जिस प्रकार हम ईष्वर में आस्था रखते हैं ठीक उसी प्रकार अपने कार्यो के प्रति भी हमें आस्थावान रहना चाहिए। ईष्वर ने सदैव हमारा मार्गदर्षन किया है। धर्म प्रसार का कार्य राश्ट्र के स्वाभिमान व सम्मान से जुडा है। हमारे तीर्थ त्यौहार, हमारी राश्ट्रीयता के प्रतीक है।  इनकेो जीवन रखने के लिए हिन्दू समाज को संगठित होना होगा।
केन्द्रीय मंत्री और धर्म प्रसार विभाग के सह प्रमुख धर्म नारायण षर्मा ने कहा धर्मान्तरित हुए हिन्दुओं की पुनर्वापसी के लिए घर वापसी कार्यक्रम चलता रहेगा। हिन्दू धर्म प्रेम, षान्ति का सन्देष देता है जबकि अनेक पंथ समाज में विभेद उत्पन्न कर अपनी विचारधारा को थोपने में लगे हुए है। इस प्रकार की संकीर्णता को समाप्त कर इस देष को सनातन बनाने के लिए कार्यकर्ताओं को कमर कसनी होगी। देष के पूर्वोत्तर और दक्षिण के राज्येां में चल रहे धर्मान्तरण के खेल को अब हम सफल नहीं होने देंगें। इन राज्यों में धर्म प्रसार विभाग अपने कार्यो के माध्यम से समाज को जोडने का काम करेगा। उन्होंने समाज से भी अपील की कि वह किन्ही कारणों से अपने से दूर हुए बन्घुओं को पुनः गले लगायें और हिन्दूत्व के जीवन मूल्यों के रक्षा में अपना योगदान दें।
समापन से पूर्व विष्व हिन्दू परिशद धर्म प्रसार विभाग अवध प्रान्त में पदाधिकारियों के दायित्वों में परिवर्तन किया गया। जिसमें प्रमुख सर्व श्री डा.वी.के.श्रीवास्तव को कार्याध्यक्ष, फूल चन्द्र षास्त्री को प्रान्त प्रमुख, ष्यामता प्रसाद को प्रान्त उपाध्यक्ष, देवेन्द्र मिश्र को प्रान्त कोशाध्यक्ष बनाया गया।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

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