भारतीय जनता पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि अब यह बात खुलकर सामने आ गई है कि विेदशों में काफी बड़ी मात्रा में कालाधन जमा है। भारत की सबसे बड़ी जांच एजेंसी सी.बी.आई. के निदेशक (डायरेक्टर) ने इस बारे में सार्वजनिक रूप से कहा है कि भारत का करीब 500 अरब डालर यानी 25 लाख करोड़ रूपए का कालाधन विदेशी बैंकों में जमा है।
श्री सिंह ने कहा कि यह सारा कालाधन भ्रष्टाचार और अन्य अवैध तरीकों से एकत्रित हुआ है। केन्द्र की यू.पी.ए. सरकार इस कालेधन को भारत वापस लाने के लिए गंभीर नहीं है। सरकार ने देश की संसद में कहा था कि विदेशों में बहुत कम कालाधन जमा है, जबकि इस सरकार के अन्तर्गत काम करने वाली एजेंसी सी.बी.आई. का दावा इसके ठीक विपरीत है। -प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह जी से यह देश जानना चाहता है कि सच्चाई क्या है ?
श्री सिंह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी एक तरफ यह दावा करती है कि उसे सपा और बसपा का समर्थन नहीं चाहिए। यदि कांग्रेस वाकई सच बोल रही है तो प्रधानमंत्री को तत्काल राष्ट्रपति को पत्र लिखकर सपा और बसपा से समर्थन लेने से इंकार करना चाहिए। उत्तर प्रदेश में चाहे सपा हो, बसपा हो या कांग्रेस पार्टी हो, सभी भ्रष्टाचार के मामले में एक दूसरे का साथ दे रहे हैं। जिस दिन प्रदेश में भाजपा की सरकार बनेगी भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई होगी और दोषी जेल की सलाखों के पीछे होंगे।
श्री सिंह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी लगातार मजहबी आरक्षण की बात कर देश और प्रदेश में विभाजनकारी एजेंडा चला रही है। शैक्षिक, आर्थिक और सामाजिक दृष्टि से पिछड़े लोगों को आरक्षण दिया जाना चाहिए चाहे वह किसी भी मजहब, जाति या पंथ का हो मगर आरक्षण का आधार मजहब को नहीं बनाया जाना चाहिए। देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने 1961 में ही मजहब आधारित आरक्षण का विरोध करते हुए कहा था कि ‘मजहबी आरक्षण न केवल एक गलती है बल्कि एक ऐसी भयंकर भूल है जिसका प्रभाव विनाशकारी सिद्ध होगा।’ कांग्रेस आज नेहरू जी की नीति को भूल चुकी है। यदि भाजपा की सरकार उत्तर प्रदेश में बनेगी तो मजहबी आरक्षण का कोटा समाप्त किया जाएगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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