भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता सत्यदेव सिंह ने मुख्यमंत्री मायावती को लूटराज की आखिरी देवी का खिताब दिया है। उन्होने कहा कि मायावती के राज में लूट की सारी सीमाएं टूट गई हंै। पब्लिक से ही नहीं सरकारी धन में भी सेंध लगाकर उगाही की गई है, जिससे मायाराज में उत्तर प्रदेश अपने समकक्ष प्रदेशों से कई साल पीछे छूट गया है।
मीडिया में छपी खबर का संज्ञान लेते हुए श्री सत्यदेव सिंह ने कहा कि शिक्षक पात्रता परीक्षा के 62 करोड़ रूपये गायब होने की घटना सरकारी धन पर डकैती है। मायावती सरकार में यह नया चलन शुरू हुआ है। उन्हांेने कहा कि कानूनन टीईटी फार्मों की बिक्री से आई यह रकम इलाहाबाद में यूपी बोर्ड के खाते में जमा होनी चाहिए थी, लेकिन अफसरों ने मिलीभगत करके ये रकम लखनऊ के एक बैंक में निदेशक व सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद के नाम से खोले गये संयुक्त खाते में रख दी। उन्होंने कहा कि इस मामले की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए कि आखिर यह पैसा सिर्फ अफसर की छोली में गया या फिर किसी बसपा नेता के बैंक वैलेंस में जुड़ा है, अगर जुड़ा है तो उसमें मुख्यमंत्री का कितना हिस्सा है।
श्री सिंह ने कहा कि बसपा अपने उगाही राज का निलज्र्जता से बचाव करने में लगी है। कांग्रेस सीबीआई से मायावती की जांच न करवा कर इस लूटराज को संरक्षण दे रही है। उन्हांेने कहा कि मायावती के आधे से ज्यादा मंत्रियों पर जांच चल रही है। भाजपा यह मांग करती है कि बचे हुए मंत्रियों को भी जांच के दायरे में लाया जाए, क्योंकि मायावती के उगाहीराज से न तो कोई मंत्री अछूता है न ही कोई मंत्रालय। इसलिए बिना भेदभाव किए सभी मंत्रालयों की जांच सीबीआई से होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि नसीमुद्दीन पर कार्रवाई न करके मायावती अपने इरादे पहले ही जाहिर कर चुकी है कि वह अब लोकायुक्त जांच में दोषी ठहराए गए मंत्रियों को बाहर का रास्ता नहीं दिखायेंगी क्योकि चुनाव लगभग समाप्त हो चुका है। श्री सिंह ने कहा कि भाजपा ही एक मात्र पार्टी है जो उत्तर प्रदेश को लूटने वालों को सजा दे सकती है और उन्हें कानून सम्मत न्याय दिलाने की इच्छाशक्ति रखती है। उन्होंने उ0प्र0 की जनता से अपील करते हुए कहा कि एक अभिशाप के रूप में आई बसपा सरकार को प्रदेश से उखाड़ फेंकें।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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