शामली (प्रबुधनगर)/लखनऊ 24 फरवरी 2012, भारतीय जनता पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने आज चुनावी विधान सभा को संबोधित करते हुए कहा कि सपा और बसपा भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे हुए है। चुनावों के दौरान इन पार्टियों के नेता भ्रष्ट कृत्यों पर परदा डालने के लिए जनता से पुनः वोट मांग रहे है। इन दोनों पार्टियों की सरकार में भ्रष्टाचार और गुंडागर्दी चरम सीमा पर रही है। जहां सपा की सरकार दहशत और गुंडागर्दी का पर्याय थी वहां बसपा के शासनकाल में थाने में बलात्कार जैसी शर्मनाक घटनाएं प्रकाश में आई। सत्ताधारी दल से जुड़े लोग हत्या, अपहरण, बलात्कार जैसे जघन्य अपराधों में लिप्त पाए गए।
श्री सिंह ने कहा कि सपा के शासन में खाद्यान्न घोटाला हुआ और बसपा के शासनकाल में एन.आर.एच.एमघोटाले में हजारों करोड़ रूपए का भ्रष्टाचार हुआ। मुख्यमंत्री सुश्री मायावती ने कहा था कि सपा के शासनकाल में हुए घोटालों के दोषी श्री मुलायम सिंह और श्री अमर सिंह को जेल भेजा जाएगा। जब बसपा सत्ता में आई तो मायावती जी भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करना भूल गई। कार्रवाई तो दूर स्वयं उनकी सरकार में लगातार घोटाले हुए। एन.आर.एच.एम घोटाले में तो तीन-तीन सी.एम.ओ. की हत्याएं हो गई। मायावती जी ने भ्रष्टाचार में लिप्त होने के आरोप में मंत्री तो हटाए मगर बसपा सरकार में मंत्री कोई छोटा मोटा घोटाला कर ले यह तो संभव है मगर एन.आर.एच.एम.जैसे महाघोटाले मुख्यमंत्री की जानकारी के बिना संभव नही है।
श्री सिंह ने कहा कि जहां तक कांग्रेस का प्रश्न है तो यह पार्टी भ्रष्टाचार की बात ही नही करती। श्री राहुल गांधी ने भ्रष्टाचार के बारे में कहा था कि उनकी कांग्रेस पार्टी में भ्रष्टाचारियों के लिए अब कोई जगह नही है। उन्होंने ठीक ही कहा था क्योंकि कांग्रेस में पहले से ही इतने भ्रष्टाचारी भरे पड़े है कि ‘हाउसफुल’ हो चुका है। केन्द्र में 4 लाख करोड़ का घोटाला करने वाली यू.पी.ए. सरकार को सपा और बसपा ने समर्थन दे रखा है क्योंकि इन दोनों दलों के नेताओं को सी.बी.आई. का डर सता रहा है। जिस दिन भाजपा की सरकर बनेगी तो सभी घोटालों की एक जांच आयोग बनाकर सघन जांच की जाएगी और किसी भी भ्रष्टाचारी को बख्शा नही जाएगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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