ऽ हाॅस्पिटल में अत्याधुनिक तकनीकों एवं तरीकों के साथ कार्डियक इवोल्यूशन हेतु लेटेस्ट जेनरेशन की मोबाइल 2 डी इको मशीन, हाई-एंड कास्मेटिक एवं एस्थेटिक लेजर ट्रीटमेंट और सुपर स्पेशियलिटी नेत्र विभाग में हाई-एंड फील्ड एनालाइजर की सुविधाओं को शामिल किया गया
ऽ पूर्णतः लैस सुपर स्पेशियलिटी पिडिएट्रिक इंटेसिव केयर यूनिट, इंटरवेंशनल रेडियोलाॅजी, इंटरवेंशनल पेन क्लीनिक और 37 नये आधुनिक प्राइवेट और सेमी प्राइवेट वार्ड्स को लांच किया गया
लखनऊ, 12 फरवरी 2012: सहारा हाॅस्पिटल - मल्टी डिसिप्लनरी, सुपर स्पेशियलिटी, टर्शियरी केयर हाॅस्पिटल ने आज अपनी शुýआत के तीन साल पूरे किए। इस अवसर पर काॅर्डियक इवोल्यूशन हेतु लेटेस्ट जेनरेशन की मोबाइल 2 डी इको मशीन, हाई-एंड काॅस्मेटिक एवं एस्थेटिक लेजर ट्रीटमेंट और सुपर स्पेशियलिटी नेत्र विभाग में हाई-एंड फील्ड एनालाइजर की सुविधाओं को शामिल किया गया। हाॅस्पिटल में इसके साथ ही पूर्णतः लैस सुपर स्पेशियलिटी पिडिएट्रिक इंटेसिव केयर यूनिट, इंटरवेशलन रेडियोलाॅजी, इंटरवेंशनल पेन क्लीनिक और 37 नये आधुनिक प्राइवेट और सेमी प्राइवेट वाडर््स को लांच किया गया। हाॅस्पिटल की तीसरी वर्षगांठ पर केक काटकर और नयी सुविधाओं की शुýआत डिप्टी डायरेक्टर वर्कर सहारा इंडिया परिवार, श्रीमती कुमकुम राॅय चैधरी द्वारा की गयी।
सहारा हास्पिटल अब अपने वस्कुलर और नाॅन वस्कुलर इंटरवेंशनल रेडियोलाॅजी की शुýआत के साथ अनेक स्थितियों में मिनिमली-इनवेसिव ट्रीटमेंट विकल्प प्रस्तुत कर रहा है, जिसके द्वारा काफी मरीजों को बिना किसी बड़ी सर्जरी द्वारा समुचित इलाज दिया जा सकेगा। इंटरवेंशनल रेडियोलाॅजी, रेडियोलाॅजी की मेडिकल सब-स्पेशियलिटी है जो मिनिमली-इनवेसिव इमेज-गाइडेड तरीकों के इस्तेमाल द्वारा लगभग प्रत्येक आर्गन सिस्टम में रोग का निदान और उपचार करता है। इंटरवेंशनल रेडियोलाॅजी के पीछे सोच यही है कि रोगी के निदान और उपचार में वर्तमान में उपलब्ध इनवेसिव टैक्नीक्स का न्यूनतम इस्तेमाल किया जाए, जिससे कि रोगी के जोखिम को कम करते हुए उसके स्वास्थ्य को सुधारा जा सके। बहुत सी परिस्थितियां जिनमें पूर्व में सर्जरी की आवश्यकता होती थी अब इंटरवेंशनल रेडियोलाॅजिस्ट द्वारा की जा सकती हैं। यह विधि रोगी की शारीरिक यंत्रणा को कम करने के साथ ही पेरिफिरियल इंटरवेंशन संक्रमण दर को और स्वस्थ होने की अवधि को कम कर सकती है तथा हाॅस्पिटल में रहने का समय भी घटा सकती है।
इंटरवेंशनल पेन क्लीनिक जो सहारा हाॅस्पिटल द्वारा हाल ही में पेश किया गया है, विभिन्न तरह के दर्द का निदान करता है जिसमें तीव्र और जटिल पीठ का दर्द, पांव, गले और हाथ के दर्द, कैंसर व नसों का दर्द शामिल है। यह क्लीनिक अकेलेपन, कम्प्रेशन फ्रैक्चर्स और काॅम्प्लेक्स रीजनल सिंड्रोम से जुड़े दर्द को कारगर तरीके से ठीक करेगा। इंटरवेंशनल दर्द की दवाई मल्टीडिस्पलिनरी दृष्टिकोण को उपयोग में लाती है, जिसमें सहारा हाॅस्पिटल की हेल्थ केयर प्रोफेशनल्स की दक्ष टीम मिलकर तीव्र और जटिल रोगों से पीडि़त रोगियों को उपचार और सेवाओं की सम्पूर्ण रेंज प्रदान करेगी।
सहारा हाॅस्पिटल के सुपर स्पेशियलिटी नेत्र विभाग में नया शामिल हाई-एंड फील्ड एनालाइजर द्वारा आंखों में होने वाले ग्लूकोमा जैसे रोगों में हल्के से भी परिवर्तन और अन्य न्यूरोलोजिकल विकारों का पता लगाया जा सकता है। ग्लूकोमा, अन्धता का एक बड़ा कारण है और नेत्रों का दुश्मन है, जिसमें रोगी धीरे-धीरे दृष्टि खोने लगता है और अन्ततः अन्धा हो जाता है जो कि पुनः अन्य किसी भी तरीके से वापस नहीं लायी जा सकती है। विजुवल फील्ड एनालाइजर ऐसा यंत्र है जो कि शुýआती परिवर्तन को खोज कर शुरू ही में बीमारी का क्लीनिकल निदान देने में मदद करता है और उसी के अनुरूप उपचार का अवसर देता है।
सहारा हाॅस्पिटल ने वर्तमान में सफलतापूर्वक चल रहे तीसरे चरण के नियाॅन्टल इंटेसिव केयर में 10 बेड वाले पूर्णतः लैस पैडियेट्रिक इंटेंसिव केयर यूनटि को भी जोड़ दिया है जो कि उच्च और क्रिटिकल केयर सर्विसेज को, जिसमें अत्याधिक संक्रमण, जहर, ड्रग ओवरडोज, ट्रामा, एक्सटेंसिव सर्जरी, 18 साल तक के बच्चें के इम्यूनोलाॅजिकल डिसआड्र्स शामिल हैं, प्रदान करेगा। पैडियेट्रिक इंटेसिव केयर यूनिट के पास उपयुक्त उपकरण और माॅनीटरिंग सिस्टम्स हैं जिनकी सहायता से क्रिटिकल बच्चों का सुचाý ढंग से प्रबन्धन किया जा सकेगा। नियाॅन्टल और पैडियेट्रिक इंटेसिव केयर यूनिट्स के अत्यधिक योग्य पैडियेट्रिसियेंस और नियाॅन्टोलाॅजिस्ट चैबीस घंटे अपनी सेवाएं देंगे।
काॅर्डियक इवोल्यूशन हेतु लेटेस्ट जेनरेशन मोबाइल 2डी इको मशीन भी हाल में हाॅस्पिटल में लगायी गयी है। यह ऐसा यंत्र है जिसके द्वारा कॅर्डियक रोगी का बेड में स्कैनिंग की जा सकेगी और इस तरह से उन्हें स्पेशेलाइज्ड कमरे में ले जाने की जरूरत नहीं रहेगी। यह उपकरण जटिल काॅडियो सर्जरी में बहुत काम का है और आॅपरेशन थियेटर में सर्जरी के दौरान प्रयोग में लाया जा सकता है।
सहारा हाॅस्पिटल ने हाई-एंड काॅस्मेटिक एवं एस्थेटिक लेजर ट्रीटमेंट देने हेतु लेटेस्ट जेनरेशन वाले इंटेंस पल्स लाइट यूनिट्स (प्च्स्) ब्व्2 लेजर को भी शामिल किया है जो कि मुहाॅसों को हटाने और त्वचा को कसने में बड़ी कारगर है। काॅस्मेटिक और लेजर ट्रीटमेंट चिकित्सीय परिणामों को बेहतर बनाता है, जोखिम को कम करता है और त्वचा को कसने में मदद करता है। इसके साथ ही यह अधिक दिक्कत भी नहीं करता है और सामान्य त्वचा को न्यूनतम क्षति के साथ यथोचित सटीक सर्जरी प्रदान करता है।
इस अवसर पर डा0 एच.पी. कुमार- डायरेक्टर, मेडिकल हेल्थ, सहारा हाॅस्पिटल ने कहा, ‘‘सहारा हाॅस्पिटल ने अपनी सफल यात्रा के तीन वर्ष पूरे कर लिये हैं और आज यह जीवनरक्षक केन्द्र के रूप में विकसित है जो कि चिकित्सा-सेवा के अत्यंत उच्च मानकों और विशिष्ट क्लीनिकल सफलता की दर के साथ मानवता की सेवा में प्रतिबद्व है। क्लीनिकल और मैनेजेरियल प्रोफेशनल्स की हमारी अनुभवी विशाल टीम ने लेटेस्ट जेनरेशन की मेडिकल सुविधाओं के साथ क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण टरशियरी हेल्थ केयर की पहुंच के दायरे को विस्तार दिया है।’’
उल्लेखनीय है कि सहारा हाॅस्पिटल पूर्ण रूप से सक्रिय ट्रामा केयर सेंटर के साथ अत्यंत उच्च विश्वसनीय क्रिटिकल केयर सर्विसेज प्रदान करता है। इसमें अंतरराष्ट्रीय स्तर के अनुरूप क्रिटिकल केयर एम्बुलंेस का नेटवर्क और 131 क्रिटिकल केयर बेड्स के साथ ही समर्पित न्यूरो/स्ट्रोक आईसीयू, इंटेंसिव काॅर्डियक केयर यूनिट मेडिकल एंड सर्जिकल आईसीयू, ट्रांसप्लांट आईसीयू, नियोनटल और पैडियेट्रिक आईसीयू एवं हाई डिपेंडेंसी यूनिट्स शामिल हैं। विभिन्न विशेषताओं को समर्पित 6 ‘अल्ट्रा क्लीन’ आपरेशन थियेटर्स द्वारा इनका और विस्तार किया गया है। वहीं इसके साथ ही सहारा हाॅस्पिटल में पूर्णतः सक्रिय मेडिकल एवं सर्जिकल आॅन्कोलाॅजी विभाग, इंडोस्कोपिक एस्थेटिक सर्जरी एवं माइक्रो हेयर ट्रांसप्लांट के साथ ही हाई-एंड डेंटिस्टरी सुविधाएं शामिल हैं। हाॅस्पिटल सेंट्रल स्टरलाइजेशन और सप्लाई विभाग (ब्ैैक्) के द्वारा संक्रमण रोकने और रोगी की सुरक्षा के साथ रिडिएशन सेफ्टी नाॅम्र्स पर खास ध्यान देता है। स्टेट-आॅफ-द-आर्ट आईटी एवं आॅटोमेशन सिस्टम द्वारा क्वालिटी केयर और टर्नअराउण्ड टाइम के स्तर को भी विस्तार दिया गया है। इस तरह की चिकित्सा सेवाओं के चलते यह जिले में अपने तरह का अकेला हाई-एंड हाॅस्पिटल बन गया है।
सहारा हाॅस्पिटल के विषय में -
सहारा हाॅस्पिटल सुपरस्पेशियलिटी टर्शियरी केयर डेस्टिनेशन है, जो लखनऊ फरवरी 2009 में खुला था। वर्तमान में सहारा हाॅस्पिटल लगभग 387 बेड के साथ क्रियाशील है और अपने दूसरे चरण के पूर्ण होने पर इसमें लगभग 554 बेड किये जाने की योजना है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com