कल का जयसिंहपुर विधानसभा आज नये परिसीमन में सदर विधानसभा के नाम से जाना जा रहा है। यहाॅ की कुलमतदाता संख्या 2लाख 77 हजार 983 हे। 309 मतदेय स्थलों पर यहाॅ के मतदाता मतदान करेंगे। जिसमें 01 लाख 49 हजार 515 परुष तथा 01 लाख 28 हजार 468 महिलाएं सामिल हैं। तजातिगत आधार पर देखा जाय तो हरिजन 58 हजार, ब्राम्हण 52 हजार, क्षत्रिय 42 हजार, वर्मा 36 हजार, यादव 18 हजार, वैष्य 12 हजार, मल्लाह 8 हजार, मुसलमान 8 हजार, कायस्थ 6 हजार, मौर्या 7 हजार तथा लगभग 40 हजार अन्य जाजियाॅ हैं। 15 फरवारी को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए 247 मतदान कन्द्र बनाये गये हैं, जिसमें 308 बूथों पर मतदाता अपने मत का प्रयोग करेंगे। साथ में एक सहायक मतदेय स्थल होने से 309 मतदेय स्थलों पर मतदाता अपने मतों को डालेंगे। 28 जनवरी ते हुए नामांकन में भाजपा से पूर्व विधायक अर्जुन सिंह, कांग्रेस से जय नारायन तिवारी, बसपा से राज प्रसाद उपाध्याय, सपा से अरुण वर्मा राष्ट्रीय इन्साफ पार्टी से राम चन्द्र चैधरी, जो जन शक्ति पार्टी से राम लगन, प्रगतिशील मानव समाजपार्टी से राम प्रसाद, राष्ट्रीय लोक मंच से वंश राज, अपना दल से हरेन्द्र प्रताप सिंह, पीस पार्टी से हेमन्त कुमार, जदयू से मनोज कुमार, राष्ट्रीय कांग्रेस से नन्द लाल तथा निर्दल प्रत्याशी के रुप में जय लाल, संतोष कुमार, वीरेन्द्र, वीरेन्द्र कुमार, छवि लाल ने अपना पर्चा दाखिल किया। इतिहास गवाह है कि जय सिंह पुर विधानसभा क्षेत्र जो अब सदर के नाम से जाना जा रहा है, ने हमेशा ही उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री की तकदीर तय करता है। वर्ष 1991 में भारतीय जनता पार्टी से अर्जुन सिंह ने जनता दल प्रत्याशी सूर्य भान सिंह को लगभग 16 हजार मतों से पराजित किया तब भाजपा ने उ0 प्र0 मं अपनी सरकार बनाई। 1993 में सपा एवं बसपा गठबन्धन के प्रत्याशी रईस अहमद ने भाजपा के प्रत्याशी अर्जुन सिंह को लगभग 2 हजार 7 सौ वोटों से हरा कर विधायक बने तब सपा ने सरकार बनाई। 1996 में बसपा उम्मीद्ववार राम रतन यादव ने भाजपा के प्रत्याशी दुख हरन वर्मा को करीब 2 हजार 5 सौ वोटों से हरा कर सीट पर कब्जा किया। उस वक्त कांग्रेस के सहयोग से बसचा ने अपनी सरकार बनाइ्र। 2002 में के चुनाव में बसपा प्रत्याशी ओ0 पी0 सिंह अपने प्रतिद्ववन्दी जय नारायन तिवारी को हराया व प्रदेश में बसपा की सरकार बनी। 2007 में पुनः बसपा के ओ0 पी0 सिंह कांगे्रस प्रत्याशी जय नारान तिवारी को हराया और प्रदेश में बसपा की पूर्ण बहुमत में सरकार बनी। 2012 के विधान सभा चुनाव में 15 फरवरी को होने वाले चुनाव में मुख्य मुकाबला समाज वादी पार्टी के अरुण वर्मा, बसपा प्रत्याशी राज प्रसाद उपाध्याय, भाजपा के अर्जुन सिं एवं कोग्रेस प्रत्याशी जय नारायन तिवारी के बीच होने के आसार लग रहे हैं। सत्ता परिवर्तन की लहर चलती है कि नहीं यह 15 फरवरी को क्षेत्र के जागरुक मतदाता तय करेंगे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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