कांग्रेस पार्टी की नीतियों में आस्था, कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी एवं कांग्रेस महासचिव श्री राहुल गांधी जी के प्रति विश्वास व्यक्त करते हुए आज यहां प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में पीस पार्टी के महासचिव एवं स्टार प्रचारक रहे श्री राजेश कश्यप ने अपने सैंकड़ों समर्थकों के साथ श्री सुबोध श्रीवास्तव एवं श्री माता प्रसाद नेता की प्रेरणा से प्रदेश कंाग्रेस अध्यक्ष डाॅ0 रीता बहुगुणा जोशी के समक्ष कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। सदस्यता ग्रहण समारोह का संचालन प्रदेश कंाग्रेस के निर्वतमान मुख्य प्रवक्ता श्री सुबोध श्रीवास्तव ने किया। प्रदेश कांग्रेस के ज्वाइनिंग प्रभारी श्री सुरेश चन्द्र वर्मा ने सदस्यता ग्रहण करने वालों को विधिवत प्राथमिक सदस्यता दिलायी। इस मौके पर मुख्य रूप से वरिष्ठ कंाग्रेस नेता श्री उम्मेद सिंह निषाद एवं चै0 रामानन्द निषाद मौजूद रहे।
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता वीरेन्द्र मदान ने बताया कि इस मौके पर प्रदेश कंाग्रेस अध्यक्ष डाॅ0 जोशी ने सदस्यता ग्रहण समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि श्री कश्यप के साथ पिछड़े एवं अतिपिछड़े वर्ग के इतनी भारी संख्या में लोगों के कांग्रेस पार्टी में शामिल होने से पूरे प्रदेश में पिछड़ा एवं अतिपिछड़ा वर्ग कांग्रेस के पक्ष में एकजुट होकर कंाग्रेस पार्टी की सरकार बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा।
इस मौके पर श्री राजेश कश्यप के साथ शामिल होने वालों में मुख्य रूप से श्री राजेश कुमार कश्यप के अलावा डा0 सत्यपाल सिंह कश्यप, श्री धर्मेन्द्र कुमार कश्यप, श्री सुरेश कश्यप, श्री रंजीत तिवारी, श्री अरविंद कश्यप, श्री देवेश सिंह, श्री बालकृष्ण कश्यप, श्री कश्यप राजीव रत्न चन्द्रा, श्री उमाशंकर कश्यप, डा0 जबर सिंह कश्यप, श्री राधेलाल बाथम, श्री पंकज कुमार सविता एवं श्री चन्दन कश्यप संिहत सैंकड़ों कश्यप, बिन्द एवं निषाद समुदाय के नेताओं ने कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
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लखनऊ 29 जनवरी।
उत्तर प्रदेश के 7 आईपीएस अफसरों के इस्तीफे की पेशकश ने यह साबित कर दिया है कि उ0प्र0 में कुछ अधिकारियों के महत्वपूर्ण पदों पर रहते निष्पक्ष चुनाव संभव नहीं है। चुनाव आयोग को इस प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए संबंधित अधिकारियों पर तत्काल कार्यवाही करते हुए उन्हें उनके पदों से हटा देना चाहिए।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने राज्य सरकार से पूछा है कि आखिर वह कौन से कारण थे और उन अधिकारियों द्वारा इन आईपीएस अफसरों द्वारा कौन से ऐसे आदेश दिये जा रहे थे जिसे इन अधिकारियों के लिए मानना संभव नहीं था। ऐसा लगता है कि कुछ उच्च अधिकारियों के कहने पर प्रदेश में हो रहे चुनाव को प्रभावित करने के लिए इस तरह के निर्देश दिये जा रहे थे। अगर ऐसा है तो यह लोकतंत्र के लिए खतरनाक है।
प्रदेश कंाग्रेस के प्रवक्ता द्विजेन्द्र त्रिपाठी ने आज यहां जारी बयान में कहा कि बसपा शासनकाल में जिस तरह से आईपीएस अधिकारियों ने अपने उच्च अधिकारियों खासतौर पर आईएएस अधिकारियों पर उत्पीड़न के आरोप लगाये, इससे आईएएस और आईपीएस के बीच जो खाई बढ़ी है वह बहुत ही दुःखद एवं प्रशासनिक दृष्टिकोण से काफी गंभीर है। इस गंभीर प्रकरण में चुनाव आयोग को तत्काल संज्ञान में लेते हुए संबंधित अधिकारियों तथा ऐसे उन सभी अधिकारियों को तत्काल महत्वपूर्ण पदों से तथा चुनाव प्रक्रिया से हटा देना चाहिए। जिससे चुनाव आयोग की मंशा के अनुरूप प्रदेश में स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव सम्पन्न हो सके।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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