भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विनय कटियार ने आज कहा कि कांगे्रस सत्ता के खातिर वर्ग संघर्ष कराने पर उतर आई है। श्री कटियार ने सपा-बसपा पर मजहबी आरक्षण में सम्मिलित होने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि यदि कांगे्रस के षडयंत्र में सपा व बसपा शामिल नहीं है तो ये पार्टिया बताए कि 9 प्रतिशत आरक्षण पर इनका रूख क्या है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांगे्रस पिछड़े वर्ग के आरक्षण तक सीमित नहीं है। उसकी निगाहें शेष बचे कोटे पर भी लगी है। आने वाले समय में कांगे्रस पार्टी देश का विभाजन कराने से भी नहीं मानेगी। कांगे्रस वर्ग संघर्ष कराकर अपना राजनैतिक हित साधना चाहती है। जिसकी नींव दलितों व पिछड़ों के आरक्षण में कटौती कर शुरूकर दी है।
श्री कटियार ने कहा कि भाजपा इसका डटकर विरोध कर रही है और विरोध जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि 13 जनवरी से 17 जनवरी के बीच पार्टी सभी जिलों में विरोध प्रदर्शन करेगी। श्री कटियार ने कांगे्रस-सपा-बसपा को सर्व समाज का विरोधी बताते हुए ये पार्टियां समाज में दलितों, पिछड़ों व समाज के सभी वर्गो की परवाह किए बगैर वोट बैंक की राजनीति करती हैं। यही कारण है कि कांगे्रस द्वारा उ0प्र0 चुनावों में अपने राजनैतिक फायदे के लिए मजबही आरक्षण की बात कर पिछड़ों के हकों पर डाका डाला। लेकिन संविधान विरोधी मजहबी आरक्षण के मुद्दे पर सपा-बसपा, कांगे्रस के सुर में सुर मिलाते नजर आए। सपा बसपा यदि सच में पिछड़ों के हितेषी होते तो वह धर्म के आधार पर आरक्षण का विरोध करते।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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