नये परिशीमन के बाद सण्डीला सीअ पर सभी राजनैतिक हस्तियों का गणित का खाखा बिगड़ चुका है विधान सभा क्षेत्र पर पहले मुस्लिम बिरादरी का पूरा कब्जा था अब वो कट चुका है इस प्रकार दलितों का दबदबा बढ गया फिर भी अनुमान के अनुसार सवर्ण ब्राहमण ठाकुर इस क्षेत्र मे तुरुब के पत्ते शाबित हो सकते है। पुराने समीकरण मे बेहंदर ब्लाक की 56 ग्राम पंचायते कट गयी है, और सण्डीला, भरावन, अतरौली कोथावा ब्लाक जुडे है। बेहन्दर ब्लाक का जो हिस्सा कटा वह मुस्लिम वाहुल्य क्षेत्र था। इसके कटने से सण्डीला का जो क्षेत्र आया वो दलित वाहुल्य हो गया। नये समीकरण मे सवर्ण हर जाति को प्रभावित कर सकते है इस प्रकार कुल अनुपातिक आकडा इस प्रकार है। कुल वोटर 3.06 लाख, जिसमे दलित 80175 और पिछडा वर्ग 70301, ब्राम्हृण 40348, क्षत्रिय 35896, मुस्लिम 43676, वैश्य 17886 शेष अन्य जातिया। भाजपा ने ब्राम्हृणो की खातिर बेदव्रत बाजपेई को उतारा और मुस्लिम वोटो को लुभाने के लिये कई बार पाला बदल चुकी बेगम इसरत रसूल को काग्रेस ने उतारा। ठाकुरो के वोटो के लिये सपा ने महावीर प्रसाद पर दांव लगाया जबकि पूर्व चुनाव बेगम इसरत रसूल सपा से लडा था, वही वसपा केे कैबिनेट मन्त्री अब्दुल मन्नान से कुछ अन्तर से हार गई थी वो फिर सपा छोड अब काग्रेस से भाग्य अजमा रही है। प्रत्याशियो के भाग्य का फैसला ब्राम्हृण और ठाकुर मतदाता करेगें।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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