सभी दलों में माफियाओं का राज चलता है। पार्टियां खुद इन माफियाओं को अपनी पार्टी में पनाह देती है।, और आरोपों का ठीकरा सिर्फ अधिकारियों के सर ही क्यों फोडा जाता है। यह सवाल पूर्व आईएएस व अध्यक्ष राष्टï्रीय जनवादी पार्टी (क्रान्तिकारी) हरिश चन्द्र ने एक बयान में चुनाव आयोग और सरकारों से किया। उन्होंने कहा कि अधिकारी किसी विशेष दल के नहीं होते वह संविधान के दायरे में रह कर अपना दायित्वों का निर्वाह करते है। वह सभी दलों की सरकारों में समान रूप से काम करते है फिर उन पर किसी दल विशेष का आरोप लगाना गलत है। उन्होंने कहा कि निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए सिर्फ अधिकारी को ही नही पार्टियों को भी सहयोग करना चाहिए। पार्टियां पहले तो इन अपराधियों और माफियाओं को टिकट देती है फिर बलि का बकरा अधिकारी क्यों बनाये जाते है। गलतियां अपराधियों द्वारा की जाती है और उसकी सजा अधिकारी को पद से हटा कर या निलंबित कर क्यू दी जाती है। जो न्याय संगत नहीं है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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