भारतीय जनता पार्टी ने आज कहा कि प्रदेश में उच्च पदों पर बैठे अधिकारी चैतरफा भय, अराजकता का माहौल बनाकर चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं। प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि बसपा सरकार में सत्ता शीर्ष के नजदीकी कुछ बड़े अफसर लगातार बसपा कैडर के रूप में काम करते रहे हैं। चुनाव आयोग को ऐसे अधिकारियांे को चिन्हित कर उच्च सरकारी पदों से तत्काल हटाकर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
पार्टी मुख्यालय पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि प्रदेश में आचार संहिता लगने के बावजूद शासकीय कार्यक्रम किए जा रहे हैं। जिला स्तर पर होर्डिग बैनरों को उतारे जाने में भेदभाव हो रहा है। प्रदेश में भयमुक्त और स्वतंत्र चुनाव कराना चुनाव आयोग की एक बड़ी चुनौती होगी। क्योंकि राज्य में महत्वपूर्ण पदों पर आसीन अफसर, जो बसपा कार्यकर्ता और प्रवक्ता की भूमिका निभाते रहे हैं वे अब चुनावों को प्रभावित करने का षडयंत्र रच रहे हैं। ऐसे ही अधिकारियों के निर्देश पर प्रदेश में बड़े पैमाने पर मतदाता सूचियों से क्षेत्रों एवं सम्प्रदायों को चिन्हित कर नाम जोड़े एवं काटे गए। कई जनपदों में काशीराम योजना के अन्तर्गत कई लोगों को नए आवास उपलब्ध कराए गए तथा उनमें अभियान चलाकर मतदाता बनाए गए हैं लेकिन यह मतदाता पूर्व में जहां रहते थे वहां से उनके नाम नहीं काटे गए हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग तत्काल प्रभावी कदम उठाए जिससे चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करने वाले दोषी अधिकारियों के विरूद्ध दण्डात्मक कार्रवाई हो सके।
श्री पाठक ने चुनाव आयोग से मांग की कि विगत चुनावों में जिन अधिकारियों को चुनावी प्रक्रिया से हटाया गया था उन्हें चिन्हित कर तत्काल उनके पदों से हटाया जाए। उन्होंने बताया कि उ0प्र0 में सत्ताधारी दल और उसके निकटस्थ अधिकारियों द्वारा चुनावों के दौरान की जाने वाली गड़बडि़यों की आशंकाओं को लेकर भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्य चुनाव आयुक्त से नई दिल्ली में मिला था। प्रतिनिधिमंडल में पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कलराज मिश्र, मुख्तार अब्बास नकवी, प्रदेश अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही व पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा0 रमापति राम त्रिपाठी शामिल थे। पार्टी शीघ्र ही आयोग को प्रदेश में हो रही चुनावी गड़बडि़यों के संदर्भ में मिलकर पुनः शिकायत सौंपेगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com