भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही ने आज लोकायुक्त द्वारा प्रदेश सरकार के मंत्री चन्द्रदेव राम यादव को हटाए जाने की सिफारिश का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से प्रदेश की बसपा सरकार के मंत्रियों का भ्रष्टाचार सामने आ रहा है उससे लगता है कि योजनाबद्ध तरीके से मुख्यमंत्री ने प्रदेश को लूटने का प्लान अपने मंत्रियों को दे रखा था।
लोकायुक्त द्वारा आज कैबिनेट मंत्री चन्द्रदेव राम यादव को हटाने की सिफारिश किए जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए श्री शाही ने कहा कि श्री यादव छठवें मंत्री हैं जिन्हें लोकायुक्त ने हटाने की सिफारिश की है। इसके पहले राजेश त्रिपाठी, बादशाह सिंह, रंगनाथ मिश्र, अवधपाल और रतनलाल अहिरवार को हटाने की सिफारिश हो चुकी हैै। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सरकार के 10 मंत्री लोकायुक्त की जांच के घेरे में हैं जिनमें दद्दू प्रसाद, फतेह बहादुर, फागू चैहान, अयोध्या पाल, सदल प्रसाद, नसीमुद्दीन, अब्दुल मन्नान, जयवीर सिंह, विनोद सिंह और राम प्रसाद चैधरी के नाम शामिल हैं।
श्री शाही ने कहा कि दुनियां की यह पहली सरकार है जिसके मंत्रिमंडल के मंत्री इतनी अधिक संख्या में आरोपित हुए हैं। उन्होंने कहा कि मंत्रियों के इस भ्रष्टाचार के खेल में स्वयं मुख्यमंत्री मायावती बराबर की हिस्सेदार रही हैं। सारा भ्रष्टाचार उन्हीं के संरक्षण में हुआ है। बसपा के मंत्री/विधायक पूरे शासनकाल में लूट, खसोट और अनाचार करने में लगे रहे और मायावती जी इस सबको नजर अंदाज करती हुई अपनी तिजोरी भरने व मूर्ति लगवाने में व्यस्त रहीं। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि एक मंत्री द्वारा दो-दो पदों से वेतन लेने और अध्यापकों का वेतन अपने प्रबन्धकीय खाते में मंगाना बेहद शर्मनाक है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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