- पूर्व में लगाई थी प्रधान व ग्रामीणों ने छात्रबृत्ति वितरण का आरोप
- महत्वपूर्ण योजनाओं का हो रहा बंटाधार
छात्रबृत्ति का मामला तूल पकडता जा रहा है। महत्वपूर्ण योजनाओं का बंटाधार करने विद्यालय के बाबू अपनी बौखलाहट के चलते शिकायत करने वाले ग्रामीणो व प्रधानों पर अपनी दबंगयी का नया हथकंडा अपना मार-पीट पर उतारू हो गये हंै। जिसका खामियाजा दर्जनों गरीब छात्र/छात्राओं को भुगतना पड़ रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार जयसिंहपुर ब्लाक अन्तर्गत ग्राम पंचायत उदयपुर परसौंहा केे राष्ट्रवादी इण्टर कालेज सपाही इन दिनों सुर्खियों बना हुआ है। कार्यालय प्रमुख द्वारा ग्रामीणांे से मारपीट करना, गाॅव पंचायत प्रतिनिधि को गाली गलौज देना किसी गुण्डई से कम नही है। सूत्रों की माने तो पूर्ण रूप से अपने को फंसा देख विद्यालय के बाबू इस पर उतर आये हंै । न तो उन्हें विभाग का डर और न ही नौकरी का। छात्रांे केा शासन से दिया जाने वाला छात्रबृत्ति डकारने तथा दंबगयी का आरोप लगाया है। जिला बिद्यालय निरीक्षक ने स्वीकार किया गया कि विद्यालय की सूची पर ही मिलने वाली धनराशि समाज कल्याण विभाग धन उपलब्ध कराता है। सूत्रों का कहना है समाज कल्याण विभाग के अधिकारी एस0के0उपाध्याय से मुलाकात पर हुई वार्ता पर कहा कि ब्लाक जयसिंहपुर के ग्राम सभा उदयपुर परसौंहा के ग्राम प्रधान की शिक्षा समिति के खाते में कुल मिलाकर 36 छात्रों की सूची जिला विद्यालय के कार्यालय से आयी थी। उक्त के खाते में 17,280 रूपया खाते में भेज दिया गया है। जिसमें से 13 एस0सी0 एंव 23 सामान्य वर्ग के छात्रों को विद्यालय द्वारा भेजी गयी सूची पर सहायता राशि उपलब्ध करायी जा चुकी है। वहीं बौखलाये ग्रामीणों का कहना है कि क्या उक्त इण्टर कालेज सपाही में अल्पसंख्यक वर्ग के छात्र नही हंै, और है तो क्यों उन्हंे सरकार द्वारा मिलने वाली सहायता राशि उपलबध नहीं करायी गयी। जिस पर समाजसेबी संगठन नाराजगी जताते हुए कागे्रंस के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष आसिफ जहांगीर का कहना है कि अल्पसंख्य वर्ग के छात्रों के साथ विद्यालय के बाबू द्वारा धोखा किया जा रहा है । काग्रेंस अल्प संख्यक प्रकेाष्ठ इस वर्ग के खिलाफ हो रहे शोषण को लेकर सड़क पर उतने केा मजबूर हेागा। संगठन ने चेतावनी देते हुए कहा कि विद्यालय मंे शिक्षा गं्रहण करने वाले कक्षा 6 से 8, तक गरीब,विकलांग,व असहाय पढ़ने वाले बच्चों को छात्रबृत्ति ना बांटना अति निन्दनीय है। आगामी समय में कार्यालय प्रमुख को उक्त जातियों का शोषण करना महंगा पड़ सकता है। वहीं प्रधान समेत ग्रामीणों का मानना है कि,दबंगो के चगुंल मंे पड़ा 17280 रूपया विद्यालय के दबंग बाबू ड़कार जाना चाहता है। शासन द्वारा चलायी जाने वाली महत्वपूर्ण योजनाओं मंे गरीब छात्रों के लिये ज्योतिबा बाई फूले शिक्षा मदद योजना पर घुन लगाने में स्कूलों पर तैनात कर्मचारी बाज नहीं आ रहे हंै। अन्त्योदय, व बी0पी0एल0 परिवारों को शासन से दी जाने वाली गरीब छात्रों को प्रथम चरण मंे 15 हजार रूपया व एक साईकिल तथा दूसरे चरण में मात्र 10 हजार रूपये की राशि देना विभाग द्वारा निर्देशित है। जिसे लेकर प्रधान द्वारा लगाया गया आरोप अपने मंे चैकाने वाला है। छात्रों को दिये जाने वाले सुविधाओं के क्रियान्वयन पर अपनी प्रतिक्रिया जताते हुए एक वार्ता में गांव पंचायत प्रतिनिध राम दयाल वर्मा ने बताया कि अभी शिकायत मिली है कि जिन छात्राओं ने ज्योतिवा बाई फूले शिक्षा मदद योजना का लाभ पाने के लिये फार्म भरे थे उनसे बिद्यालय के बाबू द्वारा 500 रूपये की सुविधा शुल्क का मांग किया जा रहा है। जो गरीबों के लिये हितकर नहीं साबित हो रहा है। जबकि जनपद में तैनात जिला विद्यालय निरीक्षक के कार्यालय में तैनात संजय कुमार का कहना है कि राष्ट्रवादी इण्टर कालेज सपाही में लगभग 06 से 07 फार्म आये है। इसका वितरण स्कूल के कार्यरत बाबू, छात्रा समेत उनके अभिभावक की देख रेख में किया जाता है। चुनाव की अधिसूचना जारी होने से सारी सुविधायंे अधर में हंै।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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