भारतीय संस्कृति में आत्मा का अस्तित्व चिरंतन माना गया है। इस दृष्टि से भूतपूर्व प्रधानमंत्री चैधरी चरण सिंह की आत्मा यह देखकर आज भी अतीव प्रसन्न होती होगी कि हर वर्ष 23 दिसम्बर को ईख की कटाई और गेहूं की बुआई को छोड़कर, उनके हजारों-हजार किसान अलस्सुबह सैकड़ों मील तय कर शीत की ठिठुरन और कोहरे के आवरण को ‘‘चैधरी चरण सिंह अमर रहें’’ के उद्घोष से भेदते हुए अपने मसीहा की समाधि पर अंजुरी भर फूल चढ़ा, उन्हें श्रद्धांजलि देने अवश्य पहुंचते हैं। आज भी राजघाट की सड़क से स्व0 चैधरी चरण सिंह के समाधि स्थल ‘किसान घाट’ तक ऐसा ही दृश्य था। चैधरी चरण सिंह के 109वें जन्म दिवस पर ‘किसान घाट’ पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन हुआ।
इस अवसर पर उपराष्ट्रपति डाॅ0 हामिद अंसारी के साथ राष्ट्रीय लोकदल अध्यक्ष एवं सांसद चैधरी अजित सिंह एवं सांसद जयन्त चैधरी ने दिवंगत नेता की समाधि पर पुष्प अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। इनके बाद राष्ट्रीय लोकदल के सांसदों, विधायकों, पूर्व सांसदों-विधायकों, पार्टी पदाधिकारियों एवं दिल्ली, पश्चिमी एवं पूर्वी उत्तर प्रदेश, हरियाणा तथा राजस्थान से आये किसान मसीहा के अनुयायियों ने ‘‘चैधरी चरण सिंह अमर रहें’’ के स्वर घोष के साथ दिवंगत नेता की समाधि पर श्रद्धा-सुमन अर्पित किये। इससे पूर्व महामहिम राष्ट्रपति महोदया की ओर से दिवंगत नेता की समाधि पर पुष्प चक्र अर्पित किया गया।
समाधि स्थल पर सदैव की भांति भक्ति संगीत एवं हवन का भी आयोजन हुआ, जिसमें चैधरी अजित सिंह, जयंत चैधरी, उनके परिजनों एवं चैधरी साहब के सैकड़ों अनुयायियों ने यज्ञ में आहुति अर्पित की।
इस अवसर संसद के केन्द्रीय कक्ष में आयोजित कार्यक्रम में चैधरी चरण सिंह के तैलचित्र पर प्रधानमंत्री डा0 मनमोहन सिंह, लोकसभा अध्यक्ष श्रीमती मीरा कुमार, नागरिक उड्डयन मंत्री चैधरी अजित सिंह, प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री वी. नारायणसामी, संसदीय कार्य राज्यमंत्री राजीव शुक्ला, सांसद जयंत चैधरी, भूतपूर्व पेट्रोलियम मंत्री श्री सत्यप्रकाश मालवीय तथा अन्य सांसदों ने माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित की।
इस मौके पर उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान के शहरों गांवों-कस्बों तथा जिला मुख्यालयों पर विभिन्न कार्यक्रम सम्पन्न हुए, जिनमें कार्यकर्ताओं ने चैधरी साहब के आदर्शों पर चलने की शपथ ली।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com