Categorized | लखनऊ.

सरकार हाथ पर हाथ धरे आंख मूंदे बैठी है

Posted on 19 December 2011 by admin

उत्तर प्रदेश में हाड़ कंपाती ठंड और भीषण कुहरे से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इस कड़कती ठंड, शीतलहरी और भयंकर ठंड के प्रकोप से आम जनता परेशान है। अब तक पूरे प्रदेश में ठंड से सैंकड़ों की संख्या में मौतें हो चुकी हैं, किन्तु प्रदेश की संवेदनहीन मायावती सरकार हाथ पर हाथ धरे आंख मूंदे बैठी है।
उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी के प्रवक्ता द्विजेन्द्र त्रिपाठी ने आज यहां जारी बयान में काह कि प्रदेश सरकार द्वारा अलाव व रैन बसेरों के लिए जारी किये गये 6.6 करोड़ रूपये नाकाफी है। सरकारी आंकड़ों ने अब तक ठंड से 40 मौतों की पुष्टि की है, जबकि असलियत यह है कि ठंड से मृतकों की संख्या सैंकड़ों में है।
मा0 उच्चतम न्यायालय ने भी इसका संज्ञान लेते हुए दिशा-निर्देश जारी किया है कि ठंड से किसी की भी मौत नहीं होनी चाहिए। लोकतंत्र में निर्वाचित सरकार की जिम्मेदारी होती है कि जनता की प्रत्येक स्तर पर उनके जानमाल की रक्षा करे। प्रदेश सरकार को चाहिए कि प्रत्येक जिले के जिला मजिस्ट्रेट को सर्कुलर जारी कर यह सुनिश्चित करें कि जिलाधिकारी स्तर पर ठंड से बचने के लिए की जाने वाली व्यवस्था का औचक निरीक्षक किया जाय। जिस प्रकार सरकारी कर्मचारियों के लिए समय सारिणी निश्चित है उसी प्रकार सरकारी परियोजनाओं में कार्य करने वाले मजदूरों को भी प्रातः 8बजे की बजाय उनके कार्य के समय को बढाकर प्रातः 10 बजे से 5बजे किया जाय। सरकार को इस बात का भी एहसास होना चाहिए कि मजदूर भी इन्सान हैं।
प्रदेश सरकार की नाक के नीचे राजधानी लखनऊ में ठंड से आम जनता त्रस्त है। किसी भी दलित व मलिन बस्ती में न तो समुचित अलाव जलाने की व्यवस्था की गयी है और न ही इस भीषण सर्दी में उन्हें कम्बल, रैन बसेरे का इंतजाम किया गया है। खुद को गरीबों और दलितों का हितैषी कहलाने वाली मुख्यमंत्री के शासन में आज गरीब और दलित इस भीषण ठंड में खुले आसमान में जीने को मजबूर है और हाल बेहाल है।
केन्द्र से दलितों और गरीबों के लिए आये अरबों रूपयों को प्रदेश सरकार ने पार्कों और स्मारकों के नाम बर्बाद कर पत्थर का जंगल खड़ा कर दिया है। विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के धन में हजारेां करोड़ रूपये के भ्रष्टाचार और घोटाले किये गये, किन्तु इस ठंड से आम जनता को राहत दिलाने के नाम पर जो धन मुहैया कराया गया वह ऊंट के मुंह में जीरे के समान है। यहां तक कि प्रदेश सरकार द्वारा बनवाये गये पार्कों एवं स्मारकों के किनारे खुले आसमान में गरीब ठंड से मर रहा है।
उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी ने मांग की है कि मृतक परिवार को तत्काल आर्थिक सहायता मुहैया करायी जाय और यह सुनिश्चित किया जाय कि अब आगे कोई मौत न हो।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

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