भारतीय जनता पार्टी ने बसपा द्वारा आयोजित वैश्य-मुस्लिम-क्षत्रिय सम्मेलन को जातीय जोड़-तोड़ करार देते हुए चुनावी हथकंडा बताया है। प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र तिवारी ने कहा कि बसपा का सर्व समाज का नारा झूठा एवं जनता के साथ छलावा है। पूरे साढ़े चार वर्षो के शासनकाल में अपने वोट बैंक को बचाने के लिए अन्य वर्गो के साथ ज्यादतियां की गई।
श्री तिवारी ने कहा कि सत्ता प्राप्ति के लिए मायावती हमेशा जातीय जोड़तोड़ करने में लगी रहती हैं। पूरे शासनकाल में जिन वर्गों का उत्पीड़न किया गया चुनाव नजदीक देखकर सरकारी मशीनरियों के बल पर उन्हीं वर्गो का सम्मेलन आयोजित किया जा रहा हैै। मायावती को सरकारी धन और अधिकारियों का दुरूपयोग करने में महारत हासिल है। इसी का उपयोग करके यह तथाकथित रैलियां आयोजित हो रही हैं। उन्होंने कहा कि इन आयोजनों से जनता को बहकाया नहीं जा सकता क्योंकि बसपा सरकार का उत्पीड़न अभी कोई भूला नहीं है।
प्रदेश प्रवक्ता ने मायावती से सवाल करते हुए कहा कि जब पूरे प्रदेश में व्यवसायियों से अवैध वसूली, अपहरण, गुण्डा टैक्स लिए जा रहे थे तब उस समय उनका वैश्य पे्रम कहां था ? जब महराजगंज जिले में ब्राहमण परिवार के दस सदस्यों को जिंदा जलाकर मार दिया गया उस समय इनका ब्राहमण पे्रम कहां था ? उन्होंने कहा कि बसपा के ये जातीय सम्मेलन चुनाव में उसे दुबारा सत्ता नहीं दिला सकते।
श्री तिवारी ने कहा कि पूरा सरकारी तंत्र रैली को सफल बनाने में लगा है। निजी बसों के साथ-साथ उ0प्र0 परिवहन की बसों को रैली में लगा देने के कारण सामान्य जनता को आवागमन में कठिनाई हो रही है। प्रदेश के सभी पुलिस अधिकारियों को भीड़ जुटाने व धन इकट्ठा करने के लिए फरमान जारी किया गया है। जिले के अधिकारी रैली की सफलता के लिए पूरी तरह से कमर कसे हुए हैं। न्याय पंचायत स्तर पर लेखपाल से लेकर एसडीएम तक भीड़ जुटाने व साधन मुहैया कराने मे लगेे हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com