भारतीय जनता पार्टी ने बसपा द्वारा बसपा द्वारा आगामी 18 दिसम्बर को मुस्लिम-क्षत्रीय-वैश्य सम्मेलन के आयोेजन को सत्ता के प्रभाव व सरकारी कोष के भारी दुरूपयोग की रैली बताया है।
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र तिवारी ने आज पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि मायावती द्वारा आयोजित की जा रही यह रैली एक ढोंग है। जनता को भ्रमित करने के लिए मायावती सरकार जिलों में स्थानीय प्रशासन का दुरूपयोग कर तथा सरकारी धन के व्यापक दुरूपयोग द्वारा भीड़ इकट्ठा किए जाने का प्रयत्न कर रही हैं। श्री तिवारी ने आरोप लगाया कि बसपा के विधायक, कोआर्डीनेटर तथा कार्यकर्ता रैली नाम पर सरकारी अधिकारी, कर्मचारियों व व्यापारियों से भारी धन वसूली कर रहे हैं।
श्री तिवारी ने कहा कि मायावती के सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय के नारे की पोल खुल गई है। जनता यह जान चुकी है कि मायावती की सरकार अपने परिवार, मंत्रियों व माफियाओं के हित में बहुजन हिताय का काम कर रही है। श्री तिवारी ने कहा कि प्रत्येक दिन मायावती मंत्रिमंडल का कोई न कोई मंत्री भ्रष्टाचार में फंसा नजर आता है। आज ही दो बड़े मंत्रियों के भ्रष्टाचार के किस्से सार्वजनिक हुए हैं। एक के करीबी परिवार के व्यक्ति ने बंुदेलखंड केे किसानों के पैकेज को ही उदरस्थ कर लिया तथा नजूल की जमीनों को मामूली भाव में फ्री होल्ड कर दिया तो दूसरा मंत्रिमंडल में रहते प्रधानाचार्य की भी तनख्याह लेता रहा। जिसमें नसीमुद्दीन सिद्दीकी मायावती के सबसे करीबी सबसे वरिष्ठ और सर्वाधिक दायित्वधारी मंत्री है व उनके भी कारनामें बाबू सिंह कुशवाहा से कम नहीं हैं।
श्री तिवारी ने कहा कि बसपा सरकार के अस्तित्व में रहना भी केन्द्र सरकार द्वारा भ्रष्टाचार को संरक्षण का एक शर्मनाक उदाहरण है। जनता आने वाले चुनाव में प्रदेश और केन्द्र दोनों सरकारों के कारनामों का जवाब देगी। परन्तु इसका दुखद पहलू यह है कि दोनों सरकारों के भ्रष्टचार के कारण सरकारों का नैतिक बल कमजोर हुआ है जिसका असर जनता स्थानीय प्रशासन व आगामी सरकारों पर भी पड़ेगा। चुनावी के बाद उ0प्र0 की भाजपा सरकार निश्चित रूप से इसका कड़ा प्रतिकार करेगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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