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दोहरेपन से कांगे्रस कब बाज आएगी

Posted on 15 December 2011 by admin

भारतीय जनता पार्टी ने कांगे्रस महासचिव राहुल गांधी द्वारा सपा-बसपा के विरोध को ढांेग बताते हुए कहा कि वास्तव में ये तीनों दल दिल्ली में हम साथ-साथ हैं और लखनऊ में हम आपके हैं कौन की तर्ज पर राजनैतिक नाटक का मंचन  कर रहे हैं। प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि काले धन के मुद्दे पर हुई चर्चा के समय बहिष्कार कर सपा ने अप्रत्यक्ष रूप से यूपीए सरकार की मद्द की और फिर साबित किया है कि वह कांगे्रस की बी टीम है।
पार्टी मुख्यालय पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि कल जहां एक तरफ कांगे्रस महासचिव सपा मुखिया व उनके पुत्र पर राजनैतिक हमले करने का स्वांग रच रहे थे। वहीं दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी राहुल के दौरे के विरोध में प्रदर्शन करने वाले अपनी पार्टी के कार्यकर्ता को बाहर का रास्ता दिखा रही थी और उसके मुखिया यूपीए सरकार को समर्थन की बात दोहरा रहे थे। उन्होंने कहा कि राजनैतिक नफे-नुकसान के तहत उ0प्र0 में ये दल एक दूसरे का विरोध करते हैं। भाजपा ने जब केन्द्र की यूपीए सरकार द्वारा किए गए घपले और घोटालों को उजागर करते हुए उसे कठघरे में खड़ा किया तो सपा-बसपा जैसे कांगे्रस पोषित भ्रष्टाचारी दल यूपीए सरकार के सहयोग में खड़े नजर आए। महंगाई के सवाल पर भी इनका रवैया जगजाहिर है।
श्री पाठक ने कहा कि यही हाल उ0प्र0 में भी है। बसपा सरकार अपने साढ़े चार साल के कार्यकाल में मुर्तियों, स्मारकों और पार्को सहित आम जन से जुड़ी योजनाओं में भ्रष्टाचार व कमीशनखोरी कर धन उगाही करती रही। भ्रष्टाचार को जानने के बावजूद केन्द्र की कांगे्रस नीति सरकार ने सिवाय आरोप लगाने और चिट्ठी बाजी करने के कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। उ0प्र0 में एनआरएचएम और मनरेगा के धन को लूट कर विगडै़ल हुए हाथी (बसपा) की ताकत का कांगे्रस दिल्ली में अपने राजनीतिक स्वार्थो के लिए इस्तेमाल कर रही है और उ0प्र0 में उसे नोट खाने वाली हाथी बता रही है। आंखिर इस दोहरेपन से कांगे्रस कब बाज आएगी।
श्री पाठक ने कहा कि प्रदेश में जन कल्याण की योजनाओं का हाल यह है कि बुंदेलखंड के थौरी (ललितपुर) में एक वृद्ध किसान ने मात्र इसलिए आत्महत्या कर ली क्योंकि उसकी गेहूं की बुआई के बाद सिंचाई का इंतजाम नहीं हो पाया। यही नहीं प्रदेश में फैले भ्रष्टाचार और उत्पीड़न की घटनाओं से तंग आकर कई सरकारी कर्मचारियों ने आत्महत्याएं की हैं। उ0प्र0 की जनता लुटती-पिटती रही, लोकतंत्र शर्मशार होता रहा लेकिन केन्द्र की यूपीए सरकार और कांगे्रस पार्टी को उ0प्र0 की चिन्ता नहीं रही।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

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