- गन्ना किसानों को गन्ना मूल्य का समय से भुगतान सुनिश्चित किया जाए
- बन्द पड़ी फूड प्रोसेसिंग यूनिटों का परीक्षण कर, संचालित करने के निर्देश
- अनुपयोगी बोरवेलों को खुला न छोड़ा जाए
- जननी सुरक्षा योजना, महामाया गरीब बालिका आशीर्वाद योजना तथा स्वास्थ्य बीमा योजना का क्रियान्वयन प्रभावी ढंग से किया जाये
- मरम्मत का काम तेजी से संचालित कर सड़कों को गड्ढा मुक्त करें
- उ0प्र0 जनहित गारण्टी कानून को प्रभावी ढंग से लागू किया जाए
- डाॅ0 अम्बेडकर ग्राम सभा विकास योजना के तहत समस्त कार्यों को 31 दिसम्बर तक अवश्य पूरा करें
- माध्यमिक शिक्षा मिशन के तहत 449 नये स्कूलों को खोलने हेतु प्रभावी कार्यवाही तेज करने के निर्देश
- गरीबों, असहायों, निराश्रितों के लिये ठंड से बचाव की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए
उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री माननीया सुश्री मायावती जी ने प्रदेश में कृषि पैदावार को बढ़ाने के लिये संचालित रबी अभियान को और गति प्रदान करने के निर्देश देते हुए कहा कि किसानों को बीज, खाद व फसली ऋण की उपलब्धता समय से व आसानी के साथ उपलब्ध करायी जाए। उन्होंने गन्ना विभाग की समीक्षा करते हुये गन्ना किसानों को उनके गन्ना मूल्य का समय से भुगतान कराने के भी निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि इन कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
माननीया मुख्यमंत्री जी ने यह निर्देश तब दिये जब मंत्रिमण्डलीय सचिव श्री शशांक शेखर सिंह और मुख्य सचिव श्री अनूप मिश्र ने आज यहां योजना भवन में सम्पन्न प्रमुख सचिवों/सचिवों की बैठक के निष्कर्षों से उन्हें अवगत कराया। उन्होंने कहा कि प्रदेश की कृषि आधारित अर्थ व्यवस्था होने के नाते सम्बन्धित अधिकारियों की यह जिम्मेदारी है कि किसानों को हर सुविधायें बिना किसी बाधा के उपलब्ध करायी जाए। उन्होंने किसानों की आय दो गुनी करने के लिये मत्स्य पालन, कुक्कुट पालन, पशुपालन आदि से सम्बन्धित योजनाओं पर विशेष बल देने का निर्देश देते हुए कहा कि प्रदेश में लगभग 5 करोड़ लीटर दूध का दैनिक उत्पादन हो रहा है, इसके संग्रह एवं वितरण के सम्बन्ध में प्रभावी कार्यवाही की जाये।
बुन्देलखण्ड क्षेत्र में चल रहे समस्त विकास कार्यों की समीक्षा करते हुये माननीया मुख्यमंत्री जी ने सभी विकास कार्यों एवं परियोजनाओं को तेजी से क्रियान्वित करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह भी सुनिश्चित किया जाए कि इस क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यों एवं विभिन्न परियोजनाओं का लाभ ज्यादा से ज्यादा पात्र लाभार्थियों को मिले। उन्होंने कहा कि लघु सिंचाई, भूगर्भ जल या किसी अन्य विभाग या व्यक्ति द्वारा की गई बोरिंग के उपयोग में न आने की दशा में अनुपयोगी बोरवेल को किसी भी दशा में खुला न छोड़ा जाये। उन्होंने कहा कि इस कार्य में किसी प्रकार की शिथिलता पाये जाने एवं कोई दुर्घटना होने पर सम्बन्धित अधिकारियों/कर्मचारियों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जाए।
माननीया मुख्यमंत्री जी ने अनाज के सुरक्षित भण्डारण हेतु भण्डारण क्षमता को बढ़ाने के निर्देश देते हुये इस सम्बन्ध में त्वरित कार्यवाही करने के लिये कहा है। उन्होंने बन्द पड़ी फूड प्रोसेसिंग यूनिटों का परीक्षण कर इन्हें पुनः संचालित कराने के निर्देश देते हुये कहा कि इससे किसानों को काफी लाभ होगा और उनकी आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा।
प्रदेश में सड़कों की वर्तमान स्थिति की समीक्षा करते हुए माननीया मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जिन सड़कों का निर्माण कार्य चल रहा है, उन्हें गुणवत्ता के साथ निर्धारित समय में पूरा किया जाए। उन्होंने कहा कि निर्माणाधीन सड़कों की गुणवत्ता की समय-समय पर वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा निरीक्षण कर यह सुनिश्चित किया जाना चाहिये कि निर्माणाधीन सड़क में किसी भी प्रकार की घपलेबाजी नहीं की जा रही है। उन्होंने क्षतिग्रस्त सड़कों के मरम्मत का कार्य और तेज करने का निर्देश देते हुए कहा कि आम जनता के हितों को ध्यान में रखते हुए विभागीय अधिकारियों द्वारा इस कार्य को प्राथमिकता पर पूरा कराकर सड़कों को गड्ढा मुक्त किया जाए।
माननीया मुख्यमंत्री जी ने प्रदेश में सभी स्तर की शिक्षा व्यवस्था की गहन समीक्षा करते हुए कहा कि जो योजनायें चल रहीं हैं, उन्हें पूरी तत्परता से लागू कराया जाए। उन्होंने कहा कि राज्य में माध्यमिक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिये संचालित माध्यमिक शिक्षा मिशन के तहत 537 करोड़ रूपये की व्यवस्था की गयी है। उन्होंने कहा कि इस धनराशि से 449 नये स्कूलों को खोलने की कार्यवाही प्रभावी ढंग से की जाए, ताकि नये शिक्षा सत्र से इनका लाभ क्षेत्र के छात्रों को मिलना प्रारम्भ हो जाए। उन्होंने सावित्री बाई फुले बालिका शिक्षा मदद योजना की समीक्षा करते हुये इस योजना के समस्त लाभार्थियों का सत्यापन 31 दिसम्बर, 2011 तक शत प्रतिशत कर उन्हें साइकिल व धनराशि एक साथ उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में संचालित जननी सुरक्षा योजना, महामाया गरीब बालिका आशीर्वाद योजना तथा स्वास्थ्य बीमा योजना महत्वपूर्ण जनकल्याणकारी योजनायें हैं, इनका क्रियान्वयन फील्ड स्तर पर प्रभावी ढंग से सुनिश्चित किया जाये।
माननीया मुख्यमंत्री जी ने डाॅ0 अम्बेडकर ग्राम सभा विकास योजना के तहत अवशेष विकास कार्यों को 31 दिसम्बर, 2011 तक पूरा करने के निर्देश देते हुए अन्य कल्याणकारी व लाभार्थीपरक योजनाओं के क्रियान्वयन में भी तेजी लाने को कहा। उन्होंने कहा कि सभी विभाग अपने अवमुक्त बजट के सापेक्ष शत प्रतिशत व्यय सुनिश्चित करें। विभागवार जारी वित्तीय स्वीकृतियों एवं उनके सापेक्ष कराये गये कार्यों की समीक्षा करते हुये उन्होंने कहा कि जिन विभागों की प्रगति संतोषजनक नहीं है, वह विभाग कार्य में प्रगति लाते हुए अपनी स्थिति में सुधार करें अन्यथा उनके विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने केन्द्र सहायतित परियोजनाओं की समीक्षा करते हुये सम्बन्धित विभागों को योजना के सापेक्ष शत प्रतिशत धनराशि अवमुक्त कराने के निर्देश दिये।
माननीया मुख्यमंत्री जी ने मनरेगा की समीक्षा करते हुये कहा कि इस योजना का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाये। योजना के तहत धनराशि फील्ड स्तर तक उपलब्ध करायी जाए। उन्होंने कहा कि इस योजना में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी पाये जाने पर सम्बन्धित अधिकारियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाये। उन्होंने कहा कि ठंड के मौसम को देखते हुये आवश्यकतानुसार गरीबों, असहायों, निराश्रितों के लिये ठंड से बचाव की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए और उन्हें आवश्यकतानुसार कम्बल वितरण एवं अलाव की भी व्यवस्था की जाए।
उ0प्र0 जनहित गारण्टी कानून को प्रभावी ढंग से लागू करने का निर्देश देते हुए माननीया मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कानून में दिये गये प्राविधानों का पालन किया जाना चाहिये। उन्होंने कहा कि यदि कोई कर्मचारी निर्धारित समय में आवेदनों का निस्तारण नहीं करता है तो उसके विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही करते हुए अर्थ दण्ड भी वसूला जाए। उन्होंने कहा कि किसी भी स्तर पर आम जनता के आवेदनों को लम्बित रखने की इजाजत नहीं मिलनी चाहिये। इसके अलावा उन्होंने विभागवार अधिकारियों/कर्मचारियों के विरूद्ध लम्बित प्रकरणों की समीक्षा करते हुए कहा कि इस कार्य में तेजी लाई जाये और गलत काम करने वाले किसी भी अधिकारी/कर्मचारी को बख्शा न जाए।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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