अखिल भारतीय कंाग्रेस कमेटी के महासचिव श्री राहुल गांधी जी, सांसद की मौजूदगी में सम्पन्न हुई इस बैठक में प्रमुख रूप से अ0भा0 कंाग्रेस कमेटी के महासचिव-प्रभारी उ0प्र0 श्री दिग्विजय सिंह, प्रदेश कंाग्रेस अध्यक्ष डाॅ0 रीता बहुगुणा जोशी, केन्द्रीय इस्पात मंत्री श्री बेनी प्रसाद वर्मा, केन्द्रीय कोयला मंत्री श्री श्रीप्रकाश जायसवाल, अ0भा0 कांग्रेस कमेटी के सचिव-सहप्रभारी श्री अविनाश पाण्डेय एवं श्री परवेज हाशमी, केन्द्रीय पेट्रोलियम राज्यमंत्री श्री आर.पी.एन. सिंह, सांसद श्री राजबब्बर, राष्ट्रीय अनु.जाति आयोग के अध्यक्ष श्री पी0एल0 पुनिया, सांसद श्री जगदम्बिका पाल, पूर्व सांसद बेगम नूर बानो, सांसद श्रीमती अन्नू टण्डन, सांसद श्रीमती रत्ना सिंह, सांसद श्री निर्मल खत्री, सांसद श्री कमल किशोर कमाण्डो, सांसद श्री प्रवीण सिंह ऐरन एवं उ0प्र0 के सभी 10जोनों के एआईसीसी के पर्यवेक्षक एवं प्रभारी-कोआर्डिनेटर सहित कांग्रेस के वरिष्ठ नेतागण मौजूद रहे। एक घण्टे से अधिक समय तक चली इस बैठक में उ0प्र0 के चुनाव के सम्बन्ध में गंभीर विचार मंथन किया गया और मिशन 2012 के अन्तर्गत चुनाव को और धार देने के लिए श्री राहुल गांधी का 7 एवं 8 दिसम्बर के दो दिवसीय लखनऊ के दौरे एवं दिसम्बर के तीसरे सप्ताह में पुनः जनसम्पर्क एवं जनसभाओं के कार्यक्रम पर विचार-विमर्श किया गया।
यह जानकारी देते हुए प्रदेश कंाग्रेस के मुख्य प्रवक्ता राम कुमार भार्गव ने बताया कि बैठक में सभी नेताओं का यह मत था कि उ0प्र0 में विगत दिनों श्री राहुल गांधी के 5 दिवसीय दौरे के प्रति जनमानस में जो अपार उत्साह दिखाई दिया वह कांग्रेस पार्टी के लिए शुभ संदेश है। कांग्रेस महासचिव श्री राहुल गांधी जी ने आगामी 7 एवं 8 दिसम्बर,2011 को दो दिन के लिए लखनऊ आने की स्वीकृति दी है। श्री गांधी अपने दो दिन के प्रवास के दौरान कंाग्रेस के अभी तक घोषित सभी उम्मीदवारेां से अलग-अलग मिलेंगे। इसके साथ ही जिला कांग्रेस कमेटी एवं शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्षों, फ्रन्टल संगठनों, प्रदेश कंाग्रेस के विभागों/प्रकोष्ठों के पदाधिकारी, प्रदेश कंाग्रेस के पदाधिकारियों एवं केन्द्र सरकार की फ्लैगशिप प्रोग्राम के लिए उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी द्वारा गठित निगरानी समितियों के पदाधिकारियों से मुलाकात करेंगे। इसके उपरान्त दिसम्बर माह के तीसरे सप्ताह में पुनः जनसम्पर्क एवं जनसभाओं में भाग लेंगे, जिसका कार्यक्रम बाद में तय किया जायेगा।
बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव किया गया कि इस चुनाव में पिछले 22 वर्षों में गैर कांग्रेसी सरकारों, खासतौर पर वर्तमान में प्रदेश की मायावती सरकार के कुशासन एवं भ्रष्टाचार, ध्वस्त हो चुकी कानून व्यवस्था, केन्द्रीय योजनाओं में लूट-खसोट एवं धांधली, मुख्य मुद्दे होंगे। इसके साथ ही प्रदेश की जनता को बसपा सरकार के कुशासन से मुक्ति दिलाने व प्रदेश को विकास के रास्ते पर ले चलने का संकल्प मुख्य चुनावी मुद्दा होगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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