समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चैधरी ने कहा है कि अपने भ्रष्टाचार पर पर्दा डालने और मंहगाई, बेरोजगारी जैसी समस्याओं से ध्यान बंटाने के लिए कांग्रेस और बसपा ने उत्तर प्रदेश में चुनाव नजदीक देखकर कलाबाजियां दिखानी शुरू कर दी है। केन्द्र की कांग्रेस सरकार टू-जी घोटाले के फंदे से उबर नहीं पाई है। प्रदेश की बसपा सरकार ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन में घोटाले और सीएमओ डिप्टी सीएमओ हत्याकाण्ड में सीबीआई जांच के घेरे में आ गई है। इसलिए दोनों ही दलों के नेतृत्व ने मिलीभगत के खेल के तहत दूसरे मुद्दे उठाने शुरू कर दिए है। यह असल मुददों को पर्दे के पीछे डालने की गहरी साजिश है। समाजवादी पार्टी इस बात के लिए कटिबद्ध है कि वह जनता को बरगलाने के ये प्रयास सफल नहीं होने देगी।
केन्द्र की कांग्रेस सरकार दिन प्रतिदिन विवादास्पद होती जा रही है संसद की कार्यवाही लगातार बाधित है। आर्थिक स्थिति पतली है। ऐसे में कांग्रेस कभी लोकपाल, तो कभी मुस्लिम आरक्षण, कभी मनरेगा तो कभी एफडीआई के मसले उछालकर अपनी अक्षमताओं को ढकने की कोशिश करती है। प्रदेश की बसपा सरकार जनता को बरगलाने के लिए कभी प्रदेश को चार भागों में बांटने का प्रस्ताव लाती है तो कभी जाट, मुस्लिम आरक्षण का मुद्दा उछालती है।
कांग्रेस और बसपा दोनों की साख उत्तर प्रदेश में बची नहीं है। कांग्रेस के पास इस बात का कोई जवाब नहीं है कि जब केन्द्रीय पैसों का उत्तर प्रदेश में दुरूपयोग हो रहा है, तो केन्द्र सरकार उत्तर प्रदेश की बसपा सरकार पर लगाम क्यों नहीं कसती है?
केन्द्र के प्रतिनिधि के रूप में प्रदेश में राज्यपाल महोदय है। उन्हें विपक्ष और खासकर समाजवादी पार्टी ने समय-समय पर कई ज्ञापन दिए है जिनमें सरकार के भ्रष्टाचार, अत्याचार और तानाशाही रवैये के साथ प्रशासनिक तंत्र को बसपा के एजेंट के रूप में बदल देने संबंधी तमाम सूचनाएं दी गई है। आधे से ज्यादा मंत्रीमण्डल भ्रष्टाचार में फंसा हुआ है किन्तु अभी तक किसी पर भी कोई कार्यवाही नहीं हुई है। कांग्रेस के केन्द्रीय मंत्री मनरेगा में अनियमितता पर खूब बयान देते हैं किन्तु मुख्यमंत्री से जवाबतलब नहीं होता?
मुस्लिम आरक्षण पर कांग्रेस और बसपा दोनों आसन्न चुनावों को प्रभावित करने के लिए मतदाताओं को भ्रमित करने में लगे हैं। दोनों ने ही सिवाय चिट्ठीपत्री और अनर्गल बयानबाजी के अलावा कभी कुछ नही दिया है। समाजवादी पार्टी इस बात पर जोर दे रही है कि सच्चर कमेटी और रंगनाथ मिश्र आयोग की सिफारिशें लागू की जाएं।
समाजवादी पार्टी कांग्रेस और बसपा दोनों को चेताना चाहती है कि वे प्रदेश की जनता को भरमाने की साजिशें बंद करें। वोट बैंक की तरह मुसलमान अब उनके झांसे में नही आनेवाला है। उसे बाबरी मस्जिद ध्वंस में कांग्रेस की भूमिका और पिछड़ों, मुलसमानों के साथ बसपा के उपेक्षापूर्ण रवैये की खूब जानकारी है। श्री मुलायम सिंह यादव मुसलमानों के बुनियादी मसलों के हक पर ध्यान देते है। समाजवादी पार्टी ने ही उन्हें रोजी रोटी और सम्मान दिया है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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