जिले में ऐच आई वी पाजिटिव रोगीयो संख्या में काफी बढोत्तरी हो चुकी है केवल जिला अस्पताल के रिकार्ड के अनुसार जहाॅ 2004 मे 1 रोगी था उनमे अब 92 की वृद्वि हो गई । जिनमे 30 महिला एवं वाकी पुरूष है । स्वास्थ्य विभाग इसे रोकने मे अक्षम साबित हो रहा है एच आई वी (हयूमेन इमो डिफीसियेन्सी वायरस) एक्वायरड सिंडोम ही एडस का मुख्य कारण बनता है जिसके पाजिटिव लक्षण को ही एडस कहा जाता है । से शरीर मे प्रवेष करता है सीडी 4 सेलस पर हमला बोलता है जिससे शरीर धीरे धीरे विनाष की ओर जाता है डाक्टरो के अनुसार प्रति व्यक्ति 500 मे से 100 सीडी 4 सेलस पाये जाते है । जब ये समाप्त होने लगती है तब शरीर की प्रतिरोधात्मे क्षमता खत्म होकर बीमारी को दावत दे बैठता और डायरिया बुखार खाॅसी टीबी निमोनिया फिर एडस पीडित व्यक्ति कहलाकर जान गवा बैठता है । एडस सर्वे उ0 प्र0 के कार्यालय जनपद मे सर्वोदय आश्रम संस्था खगेष्वर पुरवा के आकडो की बात माने तो जनपद मे 400 महिला सेक्स वर्कर महिला मौजूद है जिनमे एफएसडब्ल्यू जिनमे 286 की निषानदेही तय है समलेेंगिक पुरूष (एमएसएम) संख्या 300 है । परियोजना प्रबन्धक प्रभात तिवारी, परामर्षदाता मनोज वर्मा के मुताबिक सबसे ज्यादा एचआईबी के वाहक है । एफएसडब्ल्यू मे 4 महिलाये और 5 पुरूषो को जागरूकता अभियान मे लगाया गया है ।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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