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श्रीलंका के सब्रागामुआ राज्य के मुख्यमंत्री महीपाला हेराथ ने किया ‘अन्तर्राष्ट्रीय क्वालिटी सर्किल सम्मेलन’ का उद्घाटन

Posted on 30 November 2011 by admin

qc-1सिटी मोन्टेसरी स्कूल, कानपुर रोड द्वारा आयोजित चार दिवसीय ‘अन्तर्राष्ट्रीय स्टूडेन्ट क्वालिटी कन्ट्रोल सर्किल सम्मेलन (आई.सी.एस.क्यू.सी.सी.-2011)’ का भव्य उद्घाटन आज सायं श्रीलंका के सब्रागामुआ राज्य के मुख्यमंत्री माननीय श्री महीपाला हेराथ ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री हेराथ की पत्नी श्रीमती अजन्था हेराथ भी उपस्थित थीं। इस अवसर पर अपने उद्बोधन में मुख्य अतिथि व श्रीलंका के सब्रागामुआ राज्य के मुख्यमंत्री माननीय श्री महीपाला हेराथ ने कहा कि मैं यहाँ पर बेहद प्रसन्नता का अनुभव कर रहा हूँ। यहाँ की मेहमाननवाजी व सम्मान की संस्कृति महान है। उन्होंने आगे कहा कि  आज के संदर्भ में शिक्षा केवल किताबों तक सीमित नहीं है, इसमें मानवीय गुण व आध्यात्मिक ज्ञान भी शामिल है। क्वालिटी जीवन’ का मर्म यही है कि हमें सिर्फ भौतिक विकास ही नहीं, अपितु सामाजिक और आध्यात्मिक विकास के महान लक्ष्य को छूना है, अच्छे विचारों से ही व्यक्ति महान बनता है और व्यक्तित्व में निखार आता है।
इस अति-भव्य समारोह में विद्यालय के छात्रों ने श्रीलंका से पधारे मुख्यमंत्री के सम्मान में क्वालिटी की भावना से सराबोर रंगारंग शिक्षात्मक-साँस्कृतिक कार्यक्रमों की इन्द्रधनुषी छटा बिखेर कर 12 देशों से पधारे प्रख्यात क्वालिटी विशेषज्ञों, प्रतिभागी छात्रों व हजारों की तादात में मौजूद दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। ‘शिक्षा में क्वालिटी की भावना’ पर आधारित ‘वल्र्ड पार्लियामेन्ट’ के शानदार प्रस्तुतिकरण के माध्यम से सी.एम.एस. छात्रों ने विश्व के कोने-कोने तक क्वालिटी की विचारधारा को पहुँचाने का संदेश दिया। इस अवसर पर विभिन्न देशों से पधारी प्रतिभागी छात्र टीमों ने एक अलग व अनूठे अंदाज में अपना परिचय प्रस्तुत किया। इस ऐतिहासिक एवं अनूठे अन्तर्राष्ट्रीय क्वालिटी कन्ट्रोल सर्किल सम्मेलन में 12 देशों बाॅग्लादेश, साइप्रस, माॅरीशस, नेपाल, पाकिस्तान, फिलीपीन्स, सिंगापुर, श्रीलंका, टर्की, अमेरिका, इंग्लैण्ड एवं भारत के विभिन्न राज्यों से पधारे ख्याति प्राप्त विशेषज्ञ अपने सारगर्भित विचार प्रस्तुत कर रहे हैं तथापि देश-विदेश से पधारी छात्र टीमें केस स्टेडी प्रस्तुतीकरण, क्विज प्रतियोगिता, कोलाॅज, वाद-विवाद, पोस्टर व स्लोगन एवं लघु नाटिका आदि प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग कर रही हैं।
आई.सी.एस.क्यू.सी.सी.-2011 के उद्घाटन समारोह से पूर्व अपरान्हः सत्र में आयोजित एक प्रेस कान्फ्रेन्स में श्रीलंका के सब्रागामुआ राज्य के मुख्यमंत्री माननीय श्री महीपाला हेराथ के साथ ही विभिन्न देशों से पधारे प्रतिभागी छात्रों, टीम लीडरों व क्वालिटी विशेषज्ञों ने इस ऐतिहासिक एवं अनूठे आयोजन पर दिल खोलकर पत्रकारों से विस्तृत चर्चा की। प्रेस कान्फ्रेन्स में अपने विचार रखते हुए अमेरिका से पधारे श्री जेफ डेवर, प्रेसीडेन्ट, क्वालिटी डाइजेस्ट ने कहा कि स्कूलों को चाहिए कि शिक्षा के अलावा बच्चों की प्रवृत्ति भी इस प्रकार बदले कि वे अपने जीवन में केवल उत्तम तथा उत्कृष्ट कार्य करने के लिए उत्प्रेरित हों। श्री डेवर ने कहा कि क्वालिटी सर्किल एवं टोटल क्वालिटी प्रबन्ध जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से बच्चों की आदते व प्रवृत्तिया गुणवान नागरिकों एवं गुणवान मानव की बनायी जा सकती है। नेपाल से पधारे प्रो. दिनेश चापागेन, चेयरमैन, क्वेस्ट, ने कहा कि क्वालिटी लीडरशिप में जो व्यक्ति अग्रणी बनना चाहते हैं उन्हें शुरू से ही इस दिशा में प्रशिक्षण लेना पड़ेगा। इस स्थिति को प्राप्त करने के लिए स्कूलों एवं कालेजों का योगदान सबसे महत्वपूर्ण है क्योंकि बचपन से ही यदि बालक उत्तम कार्य करने की आदत डाल लेंगे तो बड़े होकर वे हमेशा ही उत्कृष्ट काम करने की प्रवृत्ति बनाये रखेंगे। इसी प्रकार श्रीलंका के नालन्दा कालेज से पधारे छात्रों ने  कहा कि क्वालिटी सर्किल सम्मेलन विभिन्न देशों और राज्यों के बीच सौहार्दपूर्ण सम्बन्ध बनाने व शान्ति लाने का एक महत्वपूर्ण तरीका है। फ्लोरल स्टेट सेकेण्डरी स्कूल, माॅरीशस के छात्रों ने कहा कि महत्वपूर्ण बात यह है कि हमें अब एक दूसरे के सहारे की जरूरत है और हम जब मिलकर कार्य करेंगे तभी सम्पूर्ण मानव जाति की प्रगति होगी। इसी प्रकार अन्य देशों व भारत के विभिन्न राज्यों से पधारे छात्रों ने भी खुलकर अपने विचार व्यक्त किए।
इस अवसर पर सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने हार्दिक प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि सब्रागामुआ राज्य के माननीय मुख्यमंत्री महोदय के आगमन से न सिर्फ सी.एम.एस. परिवार अपितु समस्त लखनऊवासी एवं प्रदेश की जनता गद्गद है। डा. गाँधी ने मुख्यमंत्री श्री महिपाला हेराथ का हार्दिक आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी यह यात्रा भारत व श्रीलंका के अत्यन्त प्रगाढ रिश्तों में एक और नया इतिहास रचेगी।
डा. गाँधी ने कहा कि इस क्वालिटी सर्कित सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य है कि ईश्वर का उपहार बच्चों में ऐसे गुणों का बीजारोपण किया जाये कि वे नयी विचारधारा और नयी समझबूझ से देश व दुनिया का विकास करने में सफल हो सके। उन्होंने दुनिया भर के लोगों का आहवान किया और कहा कि इक्कीसवीं सदी के विकसित विश्व समाज में जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में सफलता अर्जित करने हेतु गुणवत्ता की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। अतः सभी एकजुट होकर इस क्वालिटी सर्किल के आन्दोलन को सफल बनायें।
क्वालिटी सर्किल सम्मेलन (आई.सी.एस.क्यू.सी.सी.-2011) की संयोजिका एवं सी.एम.एस. कानपुर रोड कैम्पस की प्रधानाचार्या डा. (श्रीमती) विनीता कामरान ने कहा कि वर्तमान युग ‘क्वालिटी’ का युग है और इसके लिए हमेें ‘क्वालिटी पर्सन’ की जरूरत है जिसके अन्दर इक्कीसवी सदी की विषम चुनौतियों का समाधान प्रस्तुत करने की क्षमता हो। डा. कामरान ने कहा कि क्वालिटी पर्सन की जरूरत ‘शिक्षा में क्वालिटी की विचारधारा’ को समाहित करने से ही पूरी हो सकती है क्योंकि शिक्षा में क्वालिटी की विचारधारा बालक को भौतिक, सामाजिक और आध्यात्मिक ज्ञान प्रदान कर उनकी सोच को विश्वव्यापी बनाती है।
डा. कामरान ने बताया कि इस सम्मेलन में कई देशों के ख्याति प्राप्त क्वालिटी विशेषज्ञ अपने ओजस्वी विचारों से सम्मेलन की गरिमा को बढ़ायेंगे, जिनमें डा. सैयद अली, जाॅन हाॅपकिन्स यूनिवर्सिटी, अमेरिका, श्री जेफ डेवर, प्रेसीडेन्ट, क्वालिटी डाइजेस्ट, अमेरिका, श्री डेविड हचिन्स, चेयरमैन, डी.एच.आई. इण्टरनेशनल, इंग्लैण्ड, श्री ए एम एम खैरुलबशर, जनरल-सेक्रेटरी, बांग्लादेश सोसाइटी आॅफ टी.क्यू.एम., ढाका, बांग्लादेश, प्रो. दिनेश चापागेन, चेयरमैन, क्वेस्ट, नेपाल, डा. हयाल कोकसाल, प्रेसीडेन्ट, टर्किश सेन्टर फाॅर स्कूल्स आॅफ क्वालिटी, श्री एन्ड्रे लिम, सिंगापुर एवं श्री मधुकर नारायण, चेयरमैन, एम.एस.क्यू.सी.सी., माॅरीशस आदि प्रमुख हैं।
सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी श्री हरि ओम शर्मा ने बताया कि आई.सी.एस.क्यू.सी.सी.-2011 में विभिन्न देशों से पधारे छात्रों के लिए प्रतियोगिताओं का दौर कल से प्रारम्भ होगा, जिसमें केस स्टेडी प्रस्तुतीकरण, क्विज प्रतियोगिता, कोलाॅज, वाद-विवाद, पोस्टर व स्लोगन आदि प्रतियोगिताएं प्रमुख हैं। इसके अलावा देश-विदेश से पधारे क्वालिटी विशेषज्ञ विभिन्न विषयों पर अपने सारगर्भित उद्बोधनों से समस्त जन-समुदाय में क्वालिटी की भावना का प्रादर्भाव करेंगे। श्री शर्मा ने बताया कि कल प्रातः 10.15 बजे श्रीलंका के सब्रागामुआ राज्य के मुख्यमंत्री माननीय श्री महीपाला हेराथ अपने की-नोट एड्रेस में ‘शिक्षा में क्वालिटी विचारधारा’ के समावेश पर सारगर्भित विचार प्रस्तुत करेंगे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

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