“श्री राजनारायण आजीवन अन्याय के खिलाफ संघर्षशील रहे। किसानों के वे सच्चे हमदर्द थे। वे जो सोचते थे, वही बोलते थे और जो बोलते थे, वही करते थे। नाराज साथियों को मनाने का उनमें गुण था। उनके सिद्धान्तों पर चलकर हम नया समाज बनाने का संकल्प लें, यही उनको सच्ची श्रद्धांजलि होगी।“
इन शब्दों में आज लोकबंधु राजनारायण को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मुलायम सिंह यादव ने एक सादे समारोह में श्रद्धांजलि अर्पित की। पार्टी मुख्यालय सहित प्रदेश के विभिन्न जनपदों में भी आज स्व0 राजनारायण का जन्म दिवस “संघर्षदिवस“ के रूप में मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव ने की और संचालन प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चैधरी ने किया।
मुख्य अतिथि के रूप में अपने सम्बोधन में श्री मुलायम सिंह यादव ने कहा कि समाजवादी आंदोलन में लोहिया, जयप्रकाश नारायण से लेकर राजनारायण तक संघर्ष की परम्परा रही है। अन्याय के सामने ये कभी झुके नहीं, टूटे नहीं। जनता के बीच से न्यायालय तक उन्होने असत्य और अन्याय को चुनौती दी। कांग्रेस आज जो कमजोर हुई है, उसमें स्व0 राजनारायण की महत्वपूर्ण भूमिका थी। उन्होने श्रीमती गांधी के चुनाव को चुनौती दी जिसकी प्रतिक्रिया में देश में आपातकाल लागू हुआ। आपातकाल के काले दिनों की यातना के बाद हुए आम चुनाव में उन्होने श्रीमती गांधी को पराजित कर एक नया इतिहास रचा।
श्री यादव ने श्री राजनारायण के साथ अपने लम्बे राजनीतिक संबंधों का जिक्र करते हुए कई रोचक संस्मरण सुनाए। उन्होने कहा स्व0 राजनारायण हमेशा आम आदमी के सरोकारों से जुड़े रहे और संसद तथा विधान सभा में उन्होने जनसमस्याओं को जोरदार तरीके से उठाया। संसदीय राजनीति में भी उन्होने अनोखे प्रयोग किए।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि आज देश के समक्ष कई चुनौतियां है। कांग्रेस सरकारें देश को किधर ले जा रही हैं, पता नहीं। देश में विदेशी दूकानों का जाल फैलनेवाला है। इससे बेकारी बढ़ेगी। बहुराष्ट्रीय कम्पनियों का बढ़ता वर्चस्व देशी व्यापार को नुकसान पहुॅचायेगा। गांव-कस्बे के बाजार चैपट हो जाएगें। हमें इसके खिलाफ जनता के बीच जाना होगा और जरूरत पड़ी तो आंदोलन भी करना होगा। उन्होने कहा आज डा0 लोहिया और राजनारायण होते तो सत्याग्रह करते।
उन्होने कहा श्री राजनारायण ने दल बदले लेकिन समाजवादी विचारधारा कभी नहीं छोड़ी। समाजवादी आंदोलन नेतृत्व के मतभेदों और टूट का शिकार रहा है। पर गर्व की बात है कि समाजवादी पार्टी अपने जन्म से अब तक एक है और वह कभी टूटी नहीं। इस एकता को बनाए रखने के लिए उन्होने प्रशिक्षण शिविर चलाकर वैचारिक प्रतिबद्धता बनाए रखने पर बल दिया।
समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव ने स्व0 राजनारायण को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि आज किसानों और खेती पर संकट है। असमानता बढ़ रही है। खुदरा कारोबार में विदेशी निवेश से किसानों के साथ अन्याय होगा। इस लड़ाई में समाजवादी पार्टी की भूमिका होगी। समाजवादी सिद्धंातों को आगे बढ़ाना का हमें आज संकल्प लेना होगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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