जिलें में डीएपी खाद के लिए हाहाकार मचा है। रात रात पर लाइन में लगकर खाद न मिलने पर घर की महिलाएं चैका बर्तन चूल्हा छोड़कर अपने दुधमुहंे बच्चों को साथ लेकर लाइन में लगी दिखाई पड़ रही हैं जनपद में सभी जगहों पर एक ही दृष्य नजर आ रहा है कि वितरण केंद्रोे पर पर्चियां भी नहीं मिल पा रही चाहें बिलग्राम चुंगी का पीसीएफ केंद्र हो या शहर स्थित एग्रों का। कछौना पीसीएफ केेंद्र सहित सभी जगहों पर मेले दृष्य कभी भी देखा जा सकता है यह लाइनेें रात में ही 12 बजे के बाद से लगनी चालू हो जाती है। सुबह पुलिस फोर्स के आने पर धक्का मुक्की करके विकलांग पुरूष महिलाएं बच्चे और बूढ़े सभी अपना काम छोड़कर लाइन में लगे है। हमारें संवाददाता ने जब कृषि अधिकारी अमर सिंह से खाद की किल्लत के बारें में पूंछा तो वह बोले की डीएपी एनपीके कोई पूंछ नहीं रहा है शायद केंद्रों पर मेले जैसा दृष्य उन्हें दिखाई नहीं पड़ रहा। आंख बंद करके अनजान बनने की कोषिष कर रहे है। लंबी सांस खीचकर कहते है कि लोग पुराने रेट पर की चाहत में लाइन में लगने जाते है जो सर्वथा असत्य बात है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com