भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि कांगे्रस फिर उ0प्र0 की जनता को नारों के भ्रम जाल में उलझाकर समर्थन पाने की जुगत में है। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि उ0प्र0 की बसपा सरकार जनता की गाढ़ी कमाई लूट रही है कांगे्रस महज बयानबाजी कर अपना दामन बचा रही है। इस लूट के खेल में शामिल बसपा सरकार के खिलाफ संवैधानिक प्रावधानों के तहत कार्रवाई से कांगे्रस सरकार क्यों कतरा रही है ? अपने यात्रा में राहुल गांधी उ0प्र0 की जनता को यह स्पष्ट करना चाहिए।
पार्टी मुख्यालय पर आज संवाददाताओं से बातचीत में राहुल गांधी के बयान पर टिप्पणी करते हुए प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि वे उ0प्र0 की मायावती सरकार के विरूद्ध बयान देने के बजाय ऐसी सरकार के विरूद्ध कठोर कार्रवाई क्यों नहीं कराते ? राहुल गांधी उ0प्र0 सरकार पर जितना धन लूटने का आरोप लगा रहे हैं वे स्वंय बताएं कि जो केन्द्र सरकार में घोटाले दर घोटाले हो रहे वह किसका पैसा है। वास्तव में शासकीय धन की लूट कांगे्रस-बसपा का संयुक्त उपक्रम है। राहुल गांधी उ0प्र0 सरकार पर ऐसे आरोप लगाकर जनता को गुमराह कर रहे हैं। जनता यह भी जानना चाहती है कि आय से अधिक सम्पत्ति के मामले में घिरी मायावती के विरूद्ध कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है। जब माया सरकार जनता की गाढ़ी कमाई लूट रही है तो केन्द्र सरकार चुप क्यों है ?
उन्होंने कहा कि कांगे्रस हमेशा से चुनाव नजदीक आने पर नारे गढ़ जनता के बीच में भ्रमजाल फैलाती है। पहले ’गरीबी हटाओ’, का नारा ’कांगे्रस का हाथ आम आदमी के साथ’ जैसे नारे लगाते रहे। अब उन्होंने नारा बदलाव कर दिया है। उ0प्र0 की जनता को भिखारी कहने वाले राहुल गांधी को यह बताना पड़ेगा कि देश में सर्वाधिक समय तक सत्ता संभालने वाली कांगे्रस और उ0प्र0 में पिछले आठ वर्षो से अपरोक्ष रूप से सत्ता में साझीदार उनकी पार्टी क्या इसके लिए जिम्मेदार नहीं है ? आंखिर प्रदेश की जनता को इस हाल में पहुंचाने वाली सपा और बसपा के साथ कांगे्रस का हाथ भी तो है। 10 वर्षो में सत्ता की बदहाली दूर करने का वादा करने वालों को यह बताना होगा कि उनके पास विकास का क्या खाका है।
श्री पाठक ने कहा कि बसपा-सपा और कांगे्रस तीनों मिलकर जनता को गुमराह करके अपनी राजनैतिक रोटी संेक रहे हैं। केन्द्र सरकार को सपा-बसपा दोनों मिलकर चला रहे हैें। उ0प्र0 में कांगे्रस-बसपा सरकार पर आरोप प्रत्यारोप लगा अपनी जिम्मेदारियों से बचना चाहती हैं। इसी प्रकार सपा भी आमजन को गुमराह करने में पीछे नहीं है। वास्तव में मंहगाई एवं भ्रष्टाचार, घोटाले की दोषी जितनी कांगे्रस है उतनी ही सपा-बसपा भी जिम्मेदार हैं। अगर ये दल वास्तव में केन्द्र एवं प्रदेश सरकार के विरोधी हैं तो अपना-अपना समर्थन वापस क्यों नहीं लेते। जनता के बीच इन तीनों दलों को अपनी स्थित स्पष्ट करनी चाहिए।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com