पेयजल सुरक्षा कार्यक्रम व वाटर रिचार्ज योजना के प्रस्ताव बनाने के निर्देश
जिला पेयजल एवं स्वच्छता मिशन के संगठनात्मक स्वरूप को और सुदृढ बनाने के उद्देश्य से तथा ग्रामीण पेयजल कार्यक्रमों के प्रभावी क्रियान्वयन, मूल्याकंन तथा उसके अनुश्रवण हेतु जनपद स्तर पर जिला पेयजल एवं स्वच्छता मिशन का गठन किया गया है। मिशन की बैठक विकास भवन पर अध्यक्ष जिला पंचायत श्री दौलतराम कुशवाह की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में जनपदीय पेयजल सुरक्षा कार्यक्रम दो माह में तैयार करने के निर्देश दिये गये। जनपद के निरन्तर गिरते जल स्तर को देखते हुए वाटर रिचार्ज की योजनाओं के प्रस्ताव बनाकर शासन को भिजवाने के निर्देश दिये गये। विधायक डा0 धर्मपाल सिंह ने ग्रामीण क्षेत्रों में पानी टंकियों (वाटर टैंक) की लीकेज की शिकायतों पर प्रभावी कार्यवाही पर बल दिया। श्री सिंह ने पूर्व में बनाई गई जल संचय योजनाओं के फलस्वरूप जल स्तर में वृद्वि की ओर भी ध्यान दिलाया।
अध्यक्ष श्री कुशवाह ने कहा कि वर्तमान में पेयजल की समस्या महत्वपूर्ण है। मिशन द्वारा पेयजल की सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए यह सुनिश्चित किया जायेगा कि पेयजल योजनांए अपने जीवन काल (क्मेपहद चमतपवक) तक समुचित सेवा उपलब्ध कराये और पेयजल की गुणवत्ता मानकों के अनुरूप हो।
बैठक का संचालन करते हुए मुख्य विकास अधिकारी राजकुमार श्रीवास्तव ने जिला पेयजल एवं स्वच्छता मिशन के कार्य एवं दायित्वों पर विस्तार से चर्चा करते हुए बताया कि जनपद स्तर पर राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम को शासन के दिशा निर्देशों के अनुरूप क्रियान्वित कराना है। जनपदीय पेयजल सुरक्षा कार्यक्रम को तैयार करना और क्रियान्वित करना, जनपद स्तर पर पेयजल योजनाओं के नियोजन, क्रियान्वयन एवं रख रखाव के सम्बन्ध में जिला पेयजल एवं स्वच्छता समिति का मार्ग दर्शन करना तथा तकनीकी रूप से परीक्षण के उपरान्त संस्तुत पेयजल योजनाओं की स्वीकृति हेतु राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन को प्रेषित करना है। उन्होंने बताया कि जनपद में क्रियान्वित की जा रही पेयजल एवं स्वच्छता योजनाओं की प्रगति का अनुश्रवण करना तथा डी.पी.आर./आई.पी.सी.आर. संस्तुति प्रदान करना आदि मिशन के कार्य है।
मुख्य विकास अधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया कि ग्राम्य विकास विभाग के पूर्व में जारी शासनादेश के द्वारा स्वजल धारा कार्यक्रम हेतु गठित ग्राम पेयजल एवं स्वच्छता समिति के स्वरूप व कार्य यथावत रहेगें। यह समिति राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम का ग्राम पंचायत स्तर पर क्रियान्वयन करेगी।
बैठक में निर्देश दिये गये कि समिति के सदस्य सचिव/जिला विकास अधिकारी दो माह में संस्था का पंजीकरण करालें और अधिशासी अभियन्ता नहर विभाग को विशेष आमन्त्री के रूप में नामित किया जायें। जिला विद्यालय निरीक्षक मनोज गिरी ने बताया कि विद्यालयों के नवीन भवनों के लिए वर्षा जल संचय प्रणाली लगाना आवश्यक है।
बैठक में जिला पंचायत राज अधिकारी टी.सी. पाण्डेय ने ग्रामों में स्वच्छता कार्यक्रम की जानकारी दी। इस अवसर पर जल निगम के अधिशासी अभियन्ता ए0के0 गुप्ता तथा ए0 के0 सक्सैना तथा लघु सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता अरविन्द कुमार ने विभागीय योजनाओं की जानकारी दी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com