Categorized | Latest news, लखनऊ.

माननीया मुख्यमंत्री जी ने किसानों को खाद, बीज एवं फसली ऋण की मुकम्मल व्यवस्था कराने के निर्देश दिए

Posted on 15 November 2011 by admin

  • प्रदेश की अर्थव्यवस्था कृषि आधारित होने के नाते सरकार के लिए किसानों का हित सर्वाेपरि
  • डाॅ0 अम्बेडकर ग्रामों में सी0सी0 रोड, सम्पर्क मार्ग, विद्युतीकरण, स्वच्छ शौचालय तथा सामुदायिक भवन के अवशेष कार्य शीघ्र पूर्ण किए जायें
  • मदरसों के आधुनिकीकरण के लिए 45 करोड़ रू0 अवमुक्त
  • उ0प्र0 मुख्यमंत्री महामाया गरीब आर्थिक मदद योजना, वृद्धावस्था, विकलांग तथा विधवा पेंशन की दूसरी किस्त इसी माह लाभार्थियों के खातों में भेजी जाए
  • सावित्री बाई फुले बालिका शिक्षा मदद योजना की लाभार्थी छात्राओं को साइकिल एवं धनराशि एक साथ वितरित करें
  • राज्य स्तरीय बैठकों में सरकारी कर्मचारियों की सेवा सम्बन्धी समस्याओं की विभागवार समीक्षा की जाए

उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री माननीया सुश्री मायावती जी ने रबी की बुआई के लिए किसानों को खाद, बीज तथा फसली ऋण की मुकम्मल व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों को उर्वरक की वितरण व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने के निर्देश देते हुए कहा कि यदि उर्वरक सहित समस्त कृषि निवेशों की उपलब्धता में किसी स्तर पर कोताही बरती गयी तो सम्बन्धित अधिकारियों एवं कर्मचारियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जायेगी। उर्वरकों की कालाबाजारी, तस्करी, मिलावट तथा जमाखोरी रोकने के लिए सख्त कदम उठाने के भी निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था कृषि आधारित होने के नाते राज्य सरकार के लिए किसानों का हित सर्वाेपरि है।
माननीया मुख्यमंत्री जी ने यह निर्देश तब दिए जब मंत्रिमण्डलीय सचिव श्री शशांक शेखर सिंह तथा मुख्य सचिव श्री अनूप मिश्र ने आज यहां योजना भवन में प्रमुख सचिवों/सचिवों एवं विभागाध्यक्षों की समीक्षा बैठक के निष्कर्षाें से उन्हें अवगत कराया। उन्होंने नहरों की सिल्ट सफाई का कार्य शीघ्र पूरा कराने का निर्देश देते हुए कहा कि रबी के दौरान नहरों का संचालन रोस्टर के अनुसार किया जाए। उन्होंने विकास कार्याें तथा जनकल्याणकारी कार्यक्रमों में तेजी लाने के निर्देश देते हुए कहा कि समस्त योजनाओं का क्रियान्वयन गुणवत्ता के साथ निर्धारित समय में पूरा किया जाए।
विभागवार जारी वित्तीय स्वीकृतियों एवं उनके सापेक्ष सम्पादित कार्याें की समीक्षा करते हुए माननीया मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कुछ विभागों की प्रगति संतोषजनक नहीं है। उन्होंने निर्देश दिए कि ऐसे विभागों के कार्याें में तेजी लायी जाए, अन्यथा सम्बन्धित अधिकारियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जायेगी। केन्द्रपुरोनिधानित योजनाओं की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि जिन विभागों में केन्द्र द्वारा धनराशि अवमुक्त नहीं की गयी है, ऐसे विभागों के प्रमुख सचिव/सचिव सम्बन्धित मंत्रालय के सचिव से भेंट कर वांछित धनराशि शीघ्र अवमुक्त करायें। बुन्देलखण्ड क्षेत्र में चल रहे विकास कार्याें की प्रगति की विशेष रूप से जानकारी प्राप्त करने के बाद उन्होंने कृषि विपणन, लघु सिंचाई, जल निगम, सिंचाई, उद्यान एवं पशुपालन विभाग के कार्याें में और तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इन विभागों की योजनाओं को समय से पूरा होने पर इस क्षेत्र के लोगों को काफी लाभ होगा।
डाॅ0 अम्बेडकर ग्राम सभा विकास योजना के तहत संचालित योजनाओं की समीक्षा करते हुए माननीया मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिए कि सी0सी0 रोड, मजरों को सम्पर्क मार्गाें से जोड़ने, विद्युतीकरण, स्वच्छ शौचालय तथा सामुदायिक भवन के अवशेष कार्य इस माह के अन्त तक हर हालत में पूर्ण किए जायें। वरिष्ठ अधिकारियों से इन कार्याें को समय से पूरा कराने का निर्देश देत हुए उन्होंने इन कार्याें की गुणवत्ता पर भी निगाह रखने की हिदायत दी। ग्रामीण क्षेत्रों के युवकों को खेल-कूद के लिए बेहतर माहौल उपलब्ध कराने का निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि लगभग पांच हजार ग्राम सभाओं में खेल का मैदान विकसित करने के लिए धनराशि उपलब्ध करायी गयी है। उन्होंने कहा कि इस योजना में किसी भी प्रकार का भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।
माननीया मुख्यमंत्री जी ने विभिन्न जनकल्याणकारी कार्यक्रमों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री महामाया गरीब आर्थिक मदद योजना, वृद्धावस्था, विकलांग तथा विधवा पेंशन की दूसरी किस्त इसी माह लाभार्थियों के खातों में अवश्य भेज दी जाए। सावित्री बाई फुले बालिका शिक्षा मदद योजना की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत जो 04 लाख 55 हजार प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए हैं, उनका प्रत्येक दशा में दिसम्बर, 2011 तक सत्यापन कराकर लाभार्थी छात्राओं को साइकिल एवं धनराशि एक साथ वितरित कर दी जाए।
इसके अलावा माननीया मुख्यमंत्री जी ने महामाया गरीब बालिका आशीर्वाद योजना, विभिन्न प्रकार की छात्रवृत्ति एवं आश्रम पद्धति विद्यालयों में दी जा रही सुविधाओं की समीक्षा करते हुए आश्रम पद्धति विद्यालयों में भोजन की गुणवत्ता सुधारने के निर्देश दिए। मदरसों के आधुनिकीकरण की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इसके लिए 45 करोड़ रूपये की धनराशि अवमुक्त की गयी है। उन्होंने इस धनराशि का सही ढंग से उपयोग करने के निर्देश दिए हैं, ताकि इसका लाभ मदरसों में पढ़ने वाले छात्रों को मिल सके। उन्होंने महिलाओं एवं नवजात शिशुओं के लिए चलाये जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों की भी समीक्षा की।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के विभिन्न कार्यक्रमों की समीक्षा करते हुए माननीया मुख्यमंत्री जी ने कहा कि चिकित्सक एवं सर्जनवार कार्याें के निष्पादन में और अधिक सुधार किया जाए। उन्होंने कहा कि अभी भी कई ऐसे सर्जन चिकित्सक हैं, जो मानकों के अनुरूप सर्जरी का कार्य नहीं कर रहे हैं। उन्होंने स्वास्थ्य केन्द्रों पर पर्याप्त दवाओं की उपलब्धता तथा साफ-सफाई पर ध्यान देने के निर्देश दिए हैं।
माननीया मुख्यमंत्री जी ने कर्मचारियों की समस्याओं का जिक्र करते हुए निर्देश दिए कि राज्य स्तरीय बैठकों में अन्य योजनाओं की तरह कर्मचारियों की समस्याओं की भी विभागवार समीक्षा की जाए और कर्मचारियों के सेवा सम्बन्धी लम्बित मामलों का समयबद्ध निस्तारण किया जाए। इसके अलावा उन्होंने उनके स्तर से की गयी घोषणा एवं शिलान्यास की योजनाओं तथा जन प्रतिनिधियों से प्राप्त होने वाले प्रकरणों की भी समीक्षा की एवं अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

Leave a Reply

You must be logged in to post a comment.

Advertise Here

Advertise Here

 

November 2024
M T W T F S S
« Sep    
 123
45678910
11121314151617
18192021222324
252627282930  
-->









 Type in