भारतीय जनता पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री उ0प्र0 श्री राजनाथ ंिसह ने आज जन स्वाभिमान यात्रा के दूसरे दिन गोंडा में विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए प्रदेश की मुख्यमंत्री द्वारा बात-बात पर प्रधानमंत्री को पत्र लिखना जनता को गुमराह करना व धोखा देना बताया। श्री सिंह ने कहा कि एक तरफ प्रदेश की मुख्यमंत्री खाद की कमी को लेकर प्रधानमंत्री को पत्र लिखती है वहीं दूसरी तरफ जब प्रदेश स्तर पर खाद की उपलब्धता को लेकर विभागीय समीक्षा होती है तो प्रदेश सरकार के सहकारिता मंत्री द्वारा दावा किया जाता है कि खाद की कहीं कोई कमी नहीं है और खाद की उपलब्धता का स्तर 100 फीसदी है। शासन के स्तर पर परस्पर विरोधी स्वर सुनाई दे रहे हैं। जिसका स्पष्टीकरण बसपा सरकार को देना चाहिए।
श्री सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि उत्तर प्रदेश शासन में व्याप्त भ्रटाचार के कारण ही किसानों को खाद की यह कृत्रिम कमी का सामना करना पड़ रहा है। यह सरकार न केवल किसान विरोधी है बल्कि गरीब और बेरोजगार लोगों की भी विरोधी है। यदि ऐसा नहीं होता तो गरीबों को रोजगार देने के उद्देष्य से चलायी जा रही योजना ‘मनरेगा’ में उत्तर प्रदेश में हजारों करोड़ रूपये का भ्रटाचार नहीं हुआ होता। प्राप्त जानकारी के अनुसार केन्द्र की मानीटरिंग कमेटी ने बलरामपुर, गोण्डा समेत प्रदेश के कई जनपदों में ‘मनरेगा’ में धांधली के मामले पकड़ें है। बलरामपुर में तो ‘मनरेगा’ की धनराशि में से प्रदेश सरकार ने 10 करोड़ के कलेंडर, बाल्टी और कुर्सी खरीद डाली। गोण्डा में भी करीब 5 करोड़ की मनमानी खरीद हुईं। केन्द्र सरकार द्वारा मनरेगा में हुई धांधली की जांच के लिए सी.बी.आई. की जांच की संस्तुति की गई है, मगर प्रदेश सरकार सी.बी.आई. जांच से भाग रही है। यदि प्रदेश सरकार का दामन दागदार नहीं है तो वह सी.बी.आई. से क्यों घबरा रही है। बसपा सरकार ने दो दिन पहले गन्ने का सरकारी समर्थन मूल्य 240-250 रूपये प्रति क्विंटल घोषित किया जो कि प्रदेश के किसान संगठनों एवं राजनीतिक दलों की अपेक्षाओं से काफी कम है। इन सभी की मांग कम से कम 300 रूपये प्रति क्विंटल से लेकर 350 रूपये प्रति क्विंटल की थी। मंहगाई और अन्य समस्याओं के चलते गन्ने के लागत मूल्य में यानि इनपुट कास्ट में 35-40 फीसदी की वृद्धि हुई है जबकि प्रदेश सरकार ने गन्ने का समर्थन मूल्य सिर्फ 17-18 फीसदी ही बढ़ाया है। भाजपा ने प्रदेश के गन्ना किसानों से वायदा किया है कि यदि वह विधानसभा चुनावों के बाद सत्ता में आती है तो किसानों को गन्ने की कीमत कम से कम 300 रूपये प्रति क्विंटल दी जायेगी। जानकारी प्राप्त हुई कि प्रदेश के कई स्थानों पर गन्ना किसानों के बकाये का भुगतान अभी तक नहीं हुआ है। यहां वर्ष 2007 तक के भुगतान अभी तक लम्बित है। मैं प्रदेश सरकार से मांग करता हूं कि वह गन्ना किसानों के सभी बकाये का भुगतान अविलम्ब करे। प्रदेश का किसान इस समय खाद की भयंकर किल्लत का सामना कर रहा है। खाद की कालाबाजारी और जमाखोरी रोकने में यह सरकार पूरी तरह असफल रही है। खाद की कमी के चलते किसानों को यूरिया की बोरी 297 रूपये के स्थान पर 700 रूपये में खरीदनी पड़ रही है और ‘डाई’ तो एक हजार रूपये में भी किसानों को नहीं मिल पा रही है।
श्री सिंह ने कहा कि यदि भाजपा प्रदेश में सत्ता में आई तो ‘मनरेगा’ में हुई सभी धांधली और घोटाले की सी.बी.आई. जांच करायेगी। आज के समाचार पत्रों में कांग्रेस अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गांधी का यह बयान प्रकाशित हुआ है, जिसमें उन्होंने अन्ना हजारे और विपक्षी दलों की आलोचना की है कि हम लोगों को भ्रटाचार पर मुखर होने की क्या जरूरत है? श्री सिंह ने कहा कि कांगे्रस अध्यक्षा को आरोप लगाने से पहले अपने गिरेबान में झांकना चाहिए क्योंकि सरकार वह चला रही हैं अथवा चलवा रही हैं। अतः जिम्मेदारी भी उन्हीं की बनती है।
कांग्रेस अध्यक्ष को सबसे पहले यह सवाल केन्द्र की यू.पी.ए. सरकार से पूछना चाहिए कि क्या जरूरत थी 2जी स्पेक्ट्रम अलोकेशन में 1,76000 करोड़ का घोटाला करने की, क्या जरूरत थी काॅमन वेल्थ गेम के आयोजन में 80,000 करोड़ रूपये का गबन करने की, आदर्श हाउसिंग सोसायटी प्रकरण में घोटाला करने की। श्रीमती सोनिया गांधी यह जवाब दे कि यूपीए शासनकाल में हुए घोटालों पर उन्होंने चुप्पी क्यों साध रखी है? और जब प्रदेश में भ्रष्टाचार का विरोध हो रहा है तो वे विपक्षी दलों पर आरोप लगा रही है। पहले तो कांग्रेस पार्टी द्वारा खुलकर भ्रटाचार किया जाता है और जब पूरे देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ आन्दोलन होता है तो कांग्रेस द्वारा विपक्ष को नसीहत दी जाती है। कांग्रेस पार्टी का शासनकाल भ्रष्टाचार के कारनामों से भरा पड़ा है और देश की जनता अब इस भ्रटाचार से मुक्ति चाहती है। और भ्रष्टाचार के संदर्भ में कांग्रेस और बसपा की दुरभि संधि को जनता भलिभांति समझ चुकी है और आगामी चुनाव में इसे ध्वस्त करेगी।
जनसभा को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विनय कटियार, राष्ट्रीय मंत्री संतोष गंगवार, प्रदेश प्रवक्ता सत्यदेव सिंह, प्रदेश महामंत्री विनोद पाण्डेय, पूर्व मंत्री रमापति शास्त्री, प्रदेश उपाध्यक्ष डा0 महेन्द्र सिंह, बावन सिंह ने संबोधित किया। कार्यक्रम में प्रदेश महामंत्री नरेन्द्र सिंह, पंकज चैधरी, सुभाष त्रिपाठी, प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
यह यात्रा आज बलरामपुर से प्रारम्भ होकर जयप्रभा ग्राम गोण्डा, इटियाथोक, गिलौली, सुभाषपुर, गोण्डा, डुमरियाडीह, बलेश्वर गंज, वजीरगंज, नवाबगंज, कटरा, धधौवा, विक्रमजोत, छावनी, हरैया, महराजगंज, कप्तानगंज, दुधौरा, गोटवा होते हुए बस्ती पहुंची। जिसमें तीन बड़ी जनसभाओं और अनेक स्वागत सभाओं को संबोधित किया। कल यह यात्रा बस्ती से प्रारम्भ होकर नौगढ़ तक जाएगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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