राष्ट्रीय लोकदल के महासचिव व प्रवक्ता अनिल दुबे ने लखनऊ विश्वविद्यालय के इम्प्रूवमेंट व बैकपेपर की फीस बढ़ोत्तरी के लिए प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर कुलपति के इशारे पर की गयी बर्बरतापूर्वक पिटाई की कड़े शब्दों में निन्दा करते हुये कहा कि अपनी जायज मांगों के लिए लोकतांत्रिक तरीके से आन्दोंलन कर रहे छात्रों पर लाठियो से पिटाई करना अमानवीय है।
आज अपने बयान में श्री दुबे ने कहा कि छात्रों की पिटाई के लिए लविव कि कुलपति पूर्णतया दोषी हैं और उनका रवैया कुलपति बनने के बाद से ही छात्र विरोधी रहा है। उन्होंने इसके पूर्व भी विश्वविद्यालय के सभी पाठ्यक्रमों की फीस वृद्वि कर प्रदेश के गरीब पिछड़े और दलित छात्रों को शिक्षा के उनके मौलिक अधिकार से वंचित करने का प्रयास किया था। अगर शासन ने उनकी इस कार्यवाही पर रोक लगायी होती तो आज छात्रों पर यह बर्बरता न होती।
उन्होंने प्रदेश के महामहिम राज्यपाल से कुलपति द्वारा विश्वविद्यालय मे की जा रही मनमानी पर रोक लगाने और फीस वृद्वि वापस लेने के साथ साथ छात्रों की बर्बरतापूर्वक पिटाई के लिए जिम्मेदार अधिकारियों को दण्डित करने की मांग की है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com