राष्ट्रीय लोकदल के महासचिव व प्रवक्ता अनिल दुबे ने उ0प्र0 सरकार द्वारा गन्ना मूल्य में की गयी बढ़ोत्तरी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कहा कि मूल्य वृद्वि करते समय सरकार ने बढ़ी हुयी मंहगाई और पिछले वर्ष चीनी मिलों द्वारा दिये गये मूल्य का ध्यान नहीं रखा। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा 205-210 का रेट घोषित होने के बाद रालोद प्रमुख चै0 अजित सिंह के आन्दोंलन के बाद चीनी मिलों ने 270 से 290 रू तक किसानों को दिये, जिसकी सरकार ने अनदेखी की है।
श्री दुबे ने कहा कि पेट्रोल डीजल, खाद के दामों में भारी वृद्वि से किसान की लागत बढ़ी है और उस लागत को देखते हुये किसान के गन्ने का मूल्य निर्धारण किया जाना चाहिये था।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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