खाद की कालाबाजारी में प्रदेश सरकार लिप्त है। मुख्यमंत्री मायावती ने प्रदेश को माफियाओं के रहमोकरम पर छोड़ दिया है। कमीशनखोरों की इस सरकार में चांदी ही चांदी है। जनस्वाभिमान यात्रा की अगुवाई कर रहे भारतीय जनता पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व उ0प्र0 के पूर्व मुख्यमंत्री राजनाथ सिंह ने आज बिजनौर में बोलते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के किसान वर्तमान समय में नकली बीज और खाद की कालाबाजारी की समस्या से त्रस्त है। जो लोग खाद की कालाबाजारी कर रहे हैं उनके खिलाफ बसपा सरकार कोई कार्यवाही नहीं कर रही है। प्रदेश की मुख्यमंत्री द्वारा खाद की इस कृत्रिम कमी को दूर करने की बजाय प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर प्रदेश में खाद का कोटा बढ़ाने की मंाग करना महज एक दिखावा हैै।जब तक खाद की कालाबाजारी करने वालों से सरकार सख्ती से नहीं निपटेगी तब तक किसानों को खाद की उपलब्धतता होने के बावजूद खाद नहीं मिल सकेगी। सरकार को चाहिए कि वो खाद की कमी और खाद के भंडार के गायब होने के मामलों को लेकर जांच आयोग का का गठन करें।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने पर हम कृषि कार्यों के लिए किसानों को महज एक फीसदी की ब्याज दर पर कर्ज उपलब्ध कराएंगे।उत्तर प्रदेश में गन्ने का पेराई सत्र प्रारंभ हो चुका है। परन्तु गन्ना किसानों को अभी तक वाजिब मूल्य नहीं मिल सका है। मैं प्रदेश सरकार से मांग करता हूं कि गन्ना किसानों को कम से कम 300 रूपए प्रति क्विंटल का न्यूनतम समर्थन मूल्य दिया जाना चाहिए। प्रदेश की सरकार ने चीनी मिल मालिकों को लाभ पहुंचाने के लिए कई चीनी मिलों की बिक्री सस्ती दरों पर की है। इससे सरकार को करीब 25 हजार करोड़ रूपये का घाटा हुआ है। श्री सिंह ने कहा कि भ्रष्टाचार आज उत्तर प्रदेश में एक भीषण समस्या बन चुका है। जब भाजपा प्रदेश में सत्ता में आयेगी तो भ्रष्टाचार के आरोप लगने पर ऊचें से ऊचें पदों पर बैठे व्यक्ति के खिलाफ भी जांच की जायेगी। यहां तक कि मुख्यमंत्री पद को भी लोकायुक्त के जांच के घेरे में लाया जायेगा।
पूर्व भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि किसानों और ग्रामीणों के प्रति उत्तर प्रदेश सरकार का ही नहीं, कांग्रेस नेतृत्व वाली यूपीए सरकार का भी रवैया काफी असंवेदनशील है। ऐसी जानकारी प्राप्त हुई है कि जब श्री अन्ना हजारे के गांव रालेगांव सिद्धि से ग्रामीणों का एक प्रतिनिधि मण्डल श्री राहुल गांधी के एक निकटतम सांसद के बुलावे पर मिलने के लिए दिल्ली गया तो उन्होंने मिलने से इंकार कर दिया। एक तरफ तो श्री राहुल गांधी प्रायोजित रूप से किसानों के घर जाकर भोजन करने का दिखावा करते हैं और दूसरी तरफ उनसे मिलने के लिए आए हुए किसानों का तिरस्कार करते हंै। कांग्रेस का यह दोहरा रवैया किसानों के प्रति उनके दोहरे चरित्र व असंवेदनशीलता को दर्शाता है। श्री सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री अपने शासनकाल की कमियों और और समस्याओं से जनता का ध्यान हटाने के लिए समाज के कुछ वर्गों को आरक्षण दिए जाने की वकालत कर रही हैं। मैं मुख्यमंत्री जी से जानना चाहता हूं कि वे इन समुदायों को आरक्षण किसके कोटे में से कटौती करके देंगी।
श्री राजनाथ सिंह जी ने कहा कि भाजपा उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में एनडीए के अपने सहयोगी दल जनता दल (यू) के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी। बसपा के साथ तीन बार सरकार बनाने का प्रयोग हो चुका है और वो प्रयोग विफल साबित हुआ है। इसलिए बसपा के साथ किसी भी प्रकार के सहयोग का प्रश्न ही नहीं उठता है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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